नई दिल्ली. तमीम इकबाल भले ही चोट के कारण एशिया कप से बाहर हो गए हों लेकिन बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच खेला गया एशिया कप का पहला मैच लंबे समय तक क्रिकेट प्रशंसकों के जेहन में रहेगा. क्रिकेट के चाहने वाले स मैच को इसलिए याद नहीं करेंगे की बांग्लादेश ने श्रीलंका को हराया बल्कि तमीम इकबाल की दिलेरी के लिए इस मैच को बहुत दिनों तक याद रखेंगे. यह चोटिल तमील इकबाल की हिम्मत ही थी कि बांग्लादेश 261 रनों तक पहुंच सका.
दरअसल तमीम इकबाल पारी की शुरुआत करने आए और दूसरे ही ओवर में वह सुरंका लकमल की गेंद पर चकमा खा गए. तमीम, सुरंगा लकमल की गेंद को हिट करने के प्रयास में चूक गए और गेंद उनके बाएं हाथ की कलाई पर जा लगी. कलाई पर गेंद लगने के बाद तमीम दर्द के मारे छटपटाने लगे. चोट इतनी गहरी थी कि तमीम को मैदान छोड़ना पड़ा. रिटायर्ड हर्ट होने के बाद उन्हें अस्पताल जे जाया गया जहां उनकी कलाई की हड्डी टूटने की बात सामने आई.
बांग्लादेश की पारी का 9वां विकेट मुस्तफिजुर रहमान के रूप में गिरा. अभी 19 गेंदे बांग्लादेश की पारी के फेंकी जानी शेष थी. हर क्रिकेट प्रशंसक यही सोच रहा था कि बांग्लादेश की पारी यहीं पर समाप्त हो जाएगी क्योंकि तमीम इकबाल पहले ही चोटिल होकर मैदान से बाहर जा चुके हैं. लेकिन जैसे ही मुस्तफिजुर का विकेट गिरा उसके बाद में तमीम इकबाल को मैदान पर बैट लेकर आते देखकर सभी क्रिकेट फैन्स ने दांतो तले उंगली दबा ली. तमीम के पिच पर पहुंचती ही दुबई क्रिकेट स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गुंजायमान हो उठा.
तमीम इकबाल ने एक हाथ से बैटिंग करते हुए शतकवीर बल्लेबाज मुशफिकुर रहीम का पूरा साथ दिया. तमीम बांग्लादेश के स्कोर को 229 से 261 तक ले गए. उन्होंने मुशफिकुर के साथ मिलकर 32 रनों की साझेदारी की. तमीम की इसी हिम्मत के चलते बांग्लादेश 261 रन बनाने में कामयाब रहा. हालांकि इस दौरान रन रन मुशफिकुर के बल्ले से निकले जबकि तमीम 2 रन बनाकर नाबाद रहे. बांग्लादेश ने इस मैच में श्रीलंका को 137 रनों से हराकर एशिया कप 2018 में पहली जीत दर्ज की.
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