नई दिल्ली: शराब पीकर गाड़ी चलाने के चलते यानी ड्रिंक एंड ड्राइव की वजह से देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनियाभर में हर साल कई सारे लोगों की जानें चली जाती है. बहुत सारे देशों में ऐसा करते पकड़े जाने पर कड़ी सजा का प्रावधान है।
इस दंडनीय अपराध के बावजूद भी नशे में धुत होकर ड्राइविंग के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. खबरों की मानें तो जल्द ही ऐसी तकनीक सामने आ सकती है जिसमें शराब पीकर गाड़ी चलाने की कोशिश ही नाकाम साबित हो जाएगी।
आपको बता दें कि USA में अब ऐसी ही टेक्नोलोजी पर काम किया जा रहा है जिसमें अल्कोहल लेने के बाद नशे में गाड़ी नहीं चलाई जा सकेगी। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति शराब पीकर ड्राइव करने की कोशिश करेगा तो अलार्म बजने लगेगा।
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अब आप सोच रहे होंगे कि गाड़ी को इस बात का पता कैसे चलेगा कि कार चलाने वाले व्यक्ति ने शराब पी है या नहीं। तो आपको बता दें, इस नई तकनीक के जरिए गाड़ी चलाने वाले व्यक्ति के चहरे पर निगरानी की जाएगी।
ऐसे में कोई व्यक्ति शराब पीकर नशे में गाड़ी चलाने की कोशिश करेगा तो गाड़ी के सेंसर्स को इस बात की जानकारी मिल जाएगी कि गाड़ी चलाने वाला व्यक्ति ठीक हालत में नहीं है और वो गाड़ी नहीं चला सकता। जिसके बाद इस चीज को डिटेक्ट करने के बाद गाड़ी का अलार्म बजने लगेगा।
USA अब इस तकनीक को सभी गाड़ियों में लगाने की वकालत में लगा है. वंहा के बोर्ड का माना है कि इस तकनीक से हर साल कई लोगों की जिंदगियां बच पाएंगी।
आपको बता दें कि शराब पीने के महज 5 मिनट का अंदर ये आपके दिमाग तक पहुँचने लग जाती है. जिसके बाद लगभग 10 से 15 मिनट में इसका असर आपके ऊपर होने लगता है. अल्कोहल पीने के तुरंत बाद हमारे दिमाग में डोपामाइन और सेरोटीन रिलीज होने लगता है.
शराब पीने के बाद आपको खुशी या गम किसी भी एक तरह का अनुभव हो सकता है. इसके बाद जैसे-जैसे आपका नशा बढ़ने लगता है तो आपको चक्कर आने लगता है और सब कुछ धुंधला दिखाई देने लगता है. इसी के चलते आप बात करने भी फंबल करने लगते हैं.
जैसा कि आपने ऊपर पढ़ा नशे में व्यक्ति का दिमाग व शरीर ठीक तरह से सुन-समझ नहीं पाता। इतना ही नहीं, जब आप शराब पीते हैं तो इसका 8 प्रतिशत अल्कोहल आपके सांस में भी जाता है. ऐसे में गाड़ी पर ठीक तरीके से कंट्रोल न होने पर सड़क हादसे का जोखिम काफी बढ़ जाता है.
खबरों की मानें तो अकेले USA में शराब पीकर गाड़ी चलाने से होने वाले सड़क हादसों में रोज लगभग 32 लोगों की मौत होती है और साल भर में इससे करीब 11 हजार जानें चली जाती है.
USA के अलावा अगर देश की बात करें तो भारत में हर साल करीब 12,000 लोगों की शराब पीकर गाड़ी चलाने से मौत हो जाती है.