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भारत पर्व

साधु-संत केसरिया रंग के ही वस्त्र क्यों धारण करते हैं ?

17 Dec 2015 17:38 PM IST

आमतौर पर किसी भी साधु, ऋषि, मुनि या मंदिर के पंडित को केसरी वस्त्र में ही देखा जाता है. यह रंग हिन्दू धर्म को दर्शाता है. हिन्दू मान्यताओं के आधार पर केसरी रंग अग्नि का प्रतीक है. यह उस अग्नि को दर्शाता है जो हिन्दू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को आरंभ करने से पहले भगवान का नाम लेते हुए जलाई जाती है.

भोजन शास्त्र से थे अब तक अनजान, होते हैं इसके बहुत फायदे

16 Dec 2015 17:26 PM IST

ऐसा कोइ भी पदार्थ जो कार्बोहाइड्रेट, जल तथा प्रोटीन से बना हो और जीव जगत द्वारा ग्रहण किया जा सके, उसे भोजन कहते हैं. जीव न केवल जीवित रहने के लिए बल्कि स्वस्थ और सक्रिय जीवन बिताने के लिए भोजन करते हैं. भोजन में अनेक पोषक तत्व होते हैं जो शरीर का विकास करते हैं, उसे स्वस्थ रखते हैं और शक्ति प्रदान करते हैं.

महिलाएं क्यों करती हैं 16 श्रृंगार और क्या है इसका महत्व ?

15 Dec 2015 14:55 PM IST

सुंदर दिखने के लिये स्त्रियाँ कई तरह के सौंदर्य-प्रसाधन उपयोग करती हैं. औरतों के सजने-सँवरने को श्रृंगार कहते हैं. मौका अगर विवाह का हो तो औरतें 16 श्रृंगारों में सजी दिखना चाहती है.

यहां प्रसाद के रूप में मिलता है चूहे का जूठा खाना

14 Dec 2015 17:03 PM IST

मंदिर ध्यान लगाने या प्रार्थना करने के लिए होते थे. मंदिर के स्तंभों या दीवारों पर ही मूर्तियां बनाई जाती थीं ताकि मंदिरों में शांति से पूजा-पाठ हो सके. मंदिर निर्माण एक जटिल विज्ञान है, और मंदिर के आकार से लेकर, इसके वास्तु और यहां रखी गई मूर्ति में साम्य बिठाना ही पड़ता है.

पूजा में नारियल चढ़ाना क्यों है अनिवार्य

11 Dec 2015 17:02 PM IST

भारतीय धर्म और संस्कृति में नारियल का बहुत महत्व है. नारियल को श्रीफल भी कहा जाता है. मंदिर में नारियल फोड़ना या चढ़ाने का रिवाज है.

योग क्यों जरूरी है मन की शांति के लिए

09 Dec 2015 17:36 PM IST

आधुनिक युग में योग का महत्व बढ़ गया है. इसके बढ़ने का कारण व्यस्तता और मन की व्यग्रता है.

किस गांव में हनुमान जी की पूजा वर्जित है

08 Dec 2015 16:52 PM IST

हनुमान जी को बाल ब्रह्मचारी माना जाता है इसलिए हनुमान जी लंगोट धारण किए हर मंदिर और तस्वीरों में अकेले दिखते हैं

शिव और कामदेव की कथा का वैज्ञानिक विश्लेष्ण

07 Dec 2015 15:31 PM IST

शिव और पार्वती से संबंधित एक कथा के अनुसार हिमालय पुत्री पार्वती चाहती थीं कि उनका विवाह भगवान शिव से हो जाये पर शिवजी अपनी तपस्या में लीन थे.

कैसे प्राप्त कर सकते हैं गर्भ में ही अभिमन्यु जैसा तीव्र और बलवान बच्चा

04 Dec 2015 15:21 PM IST

र माता-पिता का सपना होता है की उसका बच्चा अभिमन्यु की तरह दिमाग का तेज और गुणवान हो. लेकिन यह इतना आसान नहीं होता इसके लिए माता पिता को बहुत मेहनत और दृढ़ निश्चय की जरूरत है.

क्यों किया जाता है सुंदरकांड का पाठ?

03 Dec 2015 11:56 AM IST

गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस के सुंदरकांड का पाठ अक्सर शुभ कार्यों की शुरुआत से पहले किया जाता है. सुंदरकांड एकमात्र ऐसा अध्याय है जो श्रीराम के भक्त हनुमान की विजय का कांड है. इंडिया न्यूज शो भारत पर्व में आध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा बताते हैं कि सुंदरकांड के पाठ से व्यक्ति को मानसिक शक्ति प्राप्त होती है.