Inkhabar
  • होम
  • भोजपुरी सिनेमा
  • भोजपुरी सिनेमा दिनेश लाल यादव का नाम कैसे पड़ा निरहुआ, जानें संघर्ष के दिनों की दास्तान

भोजपुरी सिनेमा दिनेश लाल यादव का नाम कैसे पड़ा निरहुआ, जानें संघर्ष के दिनों की दास्तान

दिनेश लाल ने अपने करियर की शुरुआत एक गायक के रूप में की थी। उनके पूर्वज बिरहा लोकसंगीत गायक थे और इसी परंपरा ने उन्हें प्रेरित किया। 2003 में उनका गाना ‘निरहुआ सटल रहे’ रिलीज हुआ.

Bhojpuri cinema, Bhojpuri superstar Nirahua
inkhbar News
  • Last Updated: December 15, 2024 13:26:08 IST

पटना: भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार और पॉपुलर सिंगर दिनेश लाल यादव, जिन्हें ‘निरहुआ’ के नाम से पहचाना जाता है, उन्होंने अपने कड़ी मेहनत और संघर्ष के दम पर इंडस्ट्री में एक अलग मुकाम हासिल किया है। गाजीपुर जिले के एक साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले दिनेश लाल का जन्म 2 फरवरी 1979 को हुआ था। लेकिन क्या आप जानते है कि दिनेश लाल यादव का नाम निरहुआ कैसे पड़ा और वो एक सुपरस्टार कैसे बने.

संगीत से शुरू हुआ सफर

दिनेश लाल ने अपने करियर की शुरुआत एक गायक के रूप में की थी। उनके पूर्वज बिरहा लोकसंगीत गायक थे और इसी परंपरा ने उन्हें प्रेरित किया। 2003 में उनका गाना ‘निरहुआ सटल रहे’ रिलीज हुआ, जिसने उन्हें जबरदस्त लोकप्रियता दिलाई और यहीं से उनका नाम ‘निरहुआ’ पड़ा।

Nirahua

फिल्मी करियर का आगाज

2006 में दिनेश लाल ने ‘निरहुआ रिक्शावाला’ से अभिनय की दुनिया में कदम रखा। यह फिल्म सुपरहिट रही और उनके करियर को नई ऊंचाई पर ले गई। उस समय रवि किशन और मनोज तिवारी जैसे कलाकार भोजपुरी सिनेमा पर राज कर रहे थे, लेकिन दिनेश लाल ने अपनी जगह बनाने में सफलता पाई। इसके बाद उन्होंने ‘निरहुआ हिंदुस्तानी’ और ‘निरहुआ रिक्शावाला’ जैसी कई सफल फिल्में कीं। उनकी अन्य लोकप्रिय फिल्मों में ‘पटना से पाकिस्तान’, ‘राजा बाबू’, ‘बॉर्डर’ और ‘सिपाही’ शामिल हैं।

परिवार लाइमलाइट से दूर

दिनेश लाल ने 2000 में मंशा देवी से शादी की थी। उनके दो बच्चे हैं, एक बेटा और एक बेटी। हालांकि, उनका परिवार लाइमलाइट से दूर रहता है। दिनेश लाल की ऑनस्क्रीन जोड़ी आम्रपाली दुबे के साथ बेहद हिट मानी जाती है। दोनों ने लगभग 25 फिल्मों में साथ काम किया है। दिनेश लाल ने अपनी पढ़ाई कोलकाता में पूरी की थी। अपने संघर्ष के दिनों में उन्होंने देखा कि गांव के लोग जब शहर से छुट्टी पर आते तो अपने कमरों में ही रहते थे। इसी अनुभव ने उन्हें ‘निरहुआ सटल रहे’ गाना लिखने की प्रेरणा दी। आज भी वह अपने गांव और संस्कृति से जुड़े हुए हैं।

ये भी पढ़ें: भोजपुरी स्टार नीलकमल सिंह अपने गाने से सोशल मीडिया पर मचा रहे तहलका, मिले छप्पर फाड़ व्यूज