Inkhabar

पत्नी संग विवाद Pawan Singh का करियर ले डूबेगा, हाथ से निकली फिल्म?

नई दिल्ली : पवन सिंह और उनकी दूसरी पत्नी ज्योति सिंह एक दूसरे से भले ही अलग हो गए हैं लेकिन दोनों सुर्खियों में बने रहते हैं. हाल ही में ज्योति सिंह ने पवन सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए थे और पवन सिंह के फैंस भी उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल करते रहते हैं. […]

Pawan singh lost big project because of her Wife
inkhbar News
  • Last Updated: November 9, 2022 17:47:05 IST

नई दिल्ली : पवन सिंह और उनकी दूसरी पत्नी ज्योति सिंह एक दूसरे से भले ही अलग हो गए हैं लेकिन दोनों सुर्खियों में बने रहते हैं. हाल ही में ज्योति सिंह ने पवन सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए थे और पवन सिंह के फैंस भी उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल करते रहते हैं. दोनों का वैवाहिक रिश्ता पूरी तरह से ख़त्म तो हो गया है लेकिन इस विवाद ने पवन सिंह को कई सवालों के कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है. शायद यही कारण है कि अब इसका प्रभाव पावर स्टार के करियर पर भी पड़ने लगा है.

घरेलू हिंसा के हैं आरोप

बीते दिनों ज्योति सिंह ने पवन सिंह और उनके परिवार पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. अब पवन सिंह के हाथ से लंदन में यशी फिल्म्स के बैनर तले बनने वाली फिल्म निकल गई है. कहा जा रहा है कि इस फिल्म को पवन सिंह को ना देने का असल कारण उनका घरेलू विवाद ही है. लंदन में इस फिल्म की शूटिंग की जा रही थी जिसमें अब पवन सिंह को जगह नहीं दी गई है. मालूम हो कि अभिनेता पर उनकी पूर्व पत्नी ने घरेलू हिंसा का आरोप लगाया था. इन्हीं आरोपों को देखते हुए अब फिल्म मेकर्स पवन सिंह के साथ काम करने में डर रहे हैं.

खेसारी को मिली थीं अधिक स्क्रीन्स

इस बात को एक और वाकया साबित करता है जहां बीते दिनों खेसारी लाल यादव जो इंडस्ट्री में पवन सिंह के सबसे बड़े कॉम्पटीटर माने जाते हैं उनकी फिल्म ‘बोल राधा बोल’ के साथ ही पवन सिंह की फिल्म ‘हमार स्वभिमान’ रिलीज़ हुई थी. जहां पवन सिंह को केवल 4 सिनेमाघरों में जगह मिली थी. वहीं खेसारी लाल यादव को पवन सिंह से दस गुना से अधिक कुल 50 स्क्रीन्स दी गई थीं. ऐसे में ये जगजाहिर है कि पवन सिंह का घरेलू विवाद अब उनके करियर पर पड़ रहा है. करियर के ग्राफ की बात करें तो वह भी तेजी से नीचे जा रहा है.

यह भी पढ़ें-

EWS आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट की मुहर, 3 सवालों के जवाब पर अदालत ने दिया फैसला

EWS आरक्षण को हरी झंडी, सुप्रीम कोर्ट ने गरीब सवर्णों के हक में दिया फैसला