बिहार विधानसभा चुनाव भले ही 2025 के अंत में हों लेकिन सियासी पारा अभी से चरम पर पहुंच गया है. जन सुराज पार्टी के संयोजक और मशहूर राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. किशोर ने दावा किया है कि जेडीयू को “चार-पांच नेताओं ने हाईजैक कर लिया है. जिसके चलते पार्टी अपनी जमीनी ताकत खो चुकी है. इस बयान ने बिहार की राजनीति में तूफान ला दिया है और विपक्षी दल इसे भुनाने की तैयारी में जुट गए हैं.
पश्चिम चंपारण में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने जेडीयू नेतृत्व पर जमकर न_हमला बोला. उन्होंने कहा इनसे जाकर पूछिए, जनता में इनकी कितनी पैठ है. अगर हम जैसे लोग नहीं होते तो ये लोग आज कहीं नजर भी नहीं आते. किशोर ने पार्टी के कुछ नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि वे अपने ही जिला अध्यक्षों और कार्यकर्ताओं को नहीं जानते. उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उन्हें कानूनी नोटिस की धमकी दी जा रही है लेकिन वे ऐसी धमकियों से डरने वाले नहीं हैं.
प्रशांत किशोर ने जेडीयू नेता अशोक चौधरी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सदानंद सिंह को लेकर बड़ा खुलासा किया. उन्होंने कहा अशोक चौधरी और सदानंद सिंह हमारे कमरे में आकर बैठते थे और कहते थे कि लालू जी से बात कराइए. जब वो लालू जी से मिलने जाते थे तो लालू उन्हें बहुत बेइज्जत करते थे. इस बयान ने जेडीयू और आरजेडी के बीच पुराने गठबंधन की कड़वी यादें ताजा कर दीं.
प्रशांत किशोर ने बिहार की प्रशासनिक व्यवस्था पर भी करारा प्रहार किया. उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में अधिकारियों का जंगलराज चल रहा है और नीतीश सरकार जनता की समस्याओं को हल करने में नाकाम रही है. किशोर ने जेडीयू नेताओं को चुनौती दी कि वे अपनी पार्टी के जिला अध्यक्षों के नाम बताएं क्योंकि उन्हें लगता है कि हाईजैक करने वाले नेता अपनी ही पार्टी को नहीं समझते.
प्रशांत किशोर ने दावा किया कि जन सुराज पार्टी बिहार में नीतीश और लालू के दशकों पुराने सियासी वर्चस्व को चुनौती देगी. उन्होंने भविष्यवाणी की कि जेडीयू का प्रदर्शन आगामी चुनाव में बेहद खराब होगा. किशोर ने कहा आप लिखकर रख लीजिए, कोई भी मुख्यमंत्री बन सकता है लेकिन नीतीश कुमार नहीं. इस बयान ने जेडीयू खेमे में खलबली मचा दी है.