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पूर्व सीएम Prakash Singh Badal के निधन के बाद गम में गांव के लोग, कई घरों में नहीं जला चूल्हा

नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल (Prakash Singh Badal) का मंगलवार रात निधन हो गया है। प्रकाश सिंह बादल ने मोहाली के फोर्टिस हॉस्पिटल में अपनी अंतिम सांस ली। उनकी मौत की खबर के बाद पूरे देश में शोक की लहर है। आज पीएम नरेंद्र मोदी […]

Prakash Singh Badal
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  • Last Updated: April 26, 2023 16:43:00 IST

नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल (Prakash Singh Badal) का मंगलवार रात निधन हो गया है। प्रकाश सिंह बादल ने मोहाली के फोर्टिस हॉस्पिटल में अपनी अंतिम सांस ली। उनकी मौत की खबर के बाद पूरे देश में शोक की लहर है।

आज पीएम नरेंद्र मोदी भी प्रकाश सिंह बादल के अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में पहुंचे है। इस बीच खबर है कि प्रकाश सिंह बादल की खबर मिलने के बाद उनके गांव मुक्तसर में मातम परस गया है। इस दौरान कल से ही कई घरों में चूल्हे तक नहीं जले है। बता दें, प्रकाश सिंह बादल के निधन की खबर जैसे ही उनके पैतृक गांव पहुंची तो रात भर उनके करीबी, चाहने वाले और समर्थक सो नहीं पाए। यहां तक कि अनेक घरों में तो चूल्हे तक नहीं जले।

घरों के नहीं जले चूल्हे

प्रकाश सिंह बादल परिवार के करीबी और लंबे समय से यूथ अकाली दल के अध्यक्ष रणजोध सिंह लंब ने कहा कि, उनका परिवार चार पीढ़ियों से बादल परिवार के साथ जुड़ा हुआ है। गांव का हर व्यक्ति प्रकाश सिंह बादल की बहुत इज्जत करता था और बादल भी हर किसी से अपनेपन के अहसास से मिला करते थे। यही कारण है कि जबसे उनके निधन की खबर सुनी है तब से घरों में चूल्हे नहीं जले। उन्होंने बताया कि उम्र के इस पड़ाव में भी वे अपने बाग में आते-जाते रहते थे। इसके अलावा वे डेयरी और पशुओं की देखभाल खुद करते थे।

वहीं बादल के गांव पहुंचे मुक्तसर के पूर्व विधायक कंवरजीत सिंह रोजी बरकंदी ने कहा कि बादल के निधन से एक युग का अंत हुआ है। बादल सिर्फ सियासी नहीं बल्कि सामाजिक, धार्मिक तौर पर भी लोगों के बीच जाने जाते थे। बादल एक संस्था थे। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के निधन पर शिरोमणि अकाली दल ही नहीं बल्कि अन्य दलों के नेताओं ने अपनी गहरी संवेदनाएं प्रकट की है।