Myanmar conflict :म्यांमार 2017 से ही हिंसा की चपेट में है। 2021 में आंग सान सू की के तख्तापलट के बाद से ही देश में गृहयुद्ध चल रहा है। जिसमें कई विद्रोही संगठन और म्यांमार सेना आमने-सामने हैं। इस लड़ाई में मंगलवार को एक चौंकाने वाली घटना हुई, जिसमें विद्रोही समूह पीएलए (पीपुल्स लिबरेशन आर्मी) ने मशीन गन से एक चीनी जेट जेएफ-17 को मार गिराया। जिसके बाद से यह चीनी विमान बुरी तरह पिट गया है और लोग मशीन गन की चर्चा करने लगे हैं। लोग यह जानने को उत्सुक हैं कि वह कौन सी मशीन गन है, जिससे लड़ाकों ने 72 करोड़ रुपये के चीन के लड़ाकू विमान को मार गिराया। पीएलए के प्रवक्ता दाऊ नी नी क्याव ने कहा, “हम पुष्टि कर सकते हैं कि हमने आज (मंगलवार) दोपहर करीब 12.15 बजे जुंटा लड़ाकू विमान को मार गिराया है।” यह जेट विमान 2021 के सैन्य तख्तापलट के बाद से विद्रोही बलों द्वारा मार गिराया गया कम से कम 10वां सरकारी विमान है।

वह मशीन गन कौन सी है?

द इरावाडी के अनुसार, एक स्थानीय प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि प्रतिरोध बलों ने जुंटा के लड़ाकू विमान को मार गिराने के लिए 0.50-कैलिबर एम2 ब्राउनिंग मशीन गन का इस्तेमाल किया। आपको बता दें कि यह मशीन गन अमेरिका में बनी है। प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि विमान युद्ध स्थल के पास एक गांव में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे विस्फोट के बाद आग लग गई।

पीएलए द्वारा जारी किए गए वीडियो में, एक दुर्घटनाग्रस्त जेट के टुकड़े जलते हुए गांव के मठ और इमारत के पास बिखरे हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में एक शव का हिस्सा भी देखा जा सकता है, जिसे पायलट का माना जा रहा है।

कितनी खतरनाक है 0.50-कैलिबर एम2 ब्राउनिंग मशीन गन

एम2 ब्राउनिंग हैवी मशीन गन को अमेरिका में डिजाइन और शुरू में बनाया गया था। यह 1933 से सेवा में है और आज भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, इसमें कई बदलाव हुए हैं। एम2 पर विद्रोही संगठनों ने कई लड़ाइयों में भरोसा किया है और कई संघर्षों में इसका इस्तेमाल किया गया है। म्यांमार के विद्रोही भी इस गन का इस्तेमाल कर रहे हैं क्योंकि उनके पास आधुनिक हथियार नहीं हैं। इसीलिए वे इस मशीन गन से ड्रोन और विमानों को मार गिरा रहे हैं।

नोएडा सेक्टर-12 में दिखा खौफनाक मंजर, दिनदहाड़े एक व्यक्ति के साथ हुआ ऐसा काम, सुन कांपने लगे दिल्ली-NCR वाले

कई दिनों तक भूख न लगना चीख-चीखकर दे रहा है इस जानलेवा बीमारी का संकेत! अभी दे दें ध्यान वरना…?