जर्मनी के विदेश मंत्री वेडफुल ने कहा है कि हम 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले से स्तब्ध हैं. भारत को आतंकवाद के खिलाफ अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है. हालांकि ये भी वास्तवाकिता है कि अब सीजफायर हो गया है, जिसकी हम सराहना करते हैं.
वेडफुल ने कहा कि भारत को आतंकवाद के खिलाफ अपनी रक्षा करने का पूरा हक है. उन्होंने आगे जोड़ा सीज़फायर को बनाए रखने और आपसी बातचीत से समस्या का समाधान निकालने पर जोर दिया. वेडफुल ने कहा कि भारत और जर्मनी के बीच आतंकवाद विरोधी सहयोग पर नियमित बातचीत होती रही है और आने वाले समय में इसे और मजबूत करेंगे.
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर इन दिनों तीन देशों के यूरोपीय दौरे पर हैं, उन्होंने बर्लिन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में दो टूक कहा कि भारत का आतंकवाद के प्रति रवैया एकदम साफ है. भारत आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा, कभी भी परमाणु ब्लैकमेल के झुकेगा नहीं. भारत पाकिस्तान के साथ केवल द्विपक्षीय माध्यमों से ही बातचीत करेगा. किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता या दबाव को स्वीकार करने का सवाल ही पैदा नहीं होता. इस संबंध में किसी को भ्रम नहीं होना चाहिए. जयशंकर ने जर्मनी द्वारा भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करने पर उनका धन्यवाद किया. हर देश को आतंकवाद के खिलाफ खुद का बचाव करने का अधिकार है यह साझेदारी और परस्पर विश्वास का संकेत है.
भारत-पाकिस्तान में जो संघर्ष हुआ उसका तानाबाना पाकिस्तान में बुना गया था और आग को हवा दी थी पाक आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने. नतीजा ये हुआ कि सीमा पार से आये आतंकियों ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बर्बर आतंकी हमला जिसमें धर्म पूछकर 26 पर्यटकों को मौत का घाट उतार दिया गया. इसके बाद भारत ने पलटवार किया और भारतीय फौज ने 6-7 मई की रात ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया. इस ऑपरेशन के तहत भारत ने बिना सीमा पार किये पाकिस्तान के पंजाब और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों को मिसाइल दागकर ध्वस्त कर दिया. ये कार्रवाई आधी रात को लगभग 1:30 बजे की गई जिसमें सौ से अधिक आतंकी मारे गये. भारत स्पष्ट कर दिया है कि भविष्य में किसी भी सीमा पार आतंकी घटना को भारत, युद्ध की कार्रवाई मानेगा.
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