भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में आतंकवाद के पनाहगाह पाकिस्तान को शुक्रवार को सुरक्षा परिषद में खूब सुनाया. इस दौरान 2008 के मुंबई हमलों से लेकर पिछले महीने पहलगाम में पर्यटकों का धर्म पूछकर की गई बर्बर सामूहिक हत्या तक पाकिस्तान के पाप गिनाये और दुनिया को बताया कि पाकिस्तान का हाथ निर्दोष लोगों के खून से सना है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पर्वतनेनी हरीश ने सशस्त्र संघर्ष में नागरिकों की सुरक्षा विषय पर केंद्रित चर्चा में पाकिस्तान को जमकर धोया.
UNSC में भारत बोला जवाबदेही तय हो
हरीश ने नागरिकों, मानवीय कार्यकर्ताओं, और मीडिया पेशेवरों के लिए उभरते खतरों से निपटने की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया, साथ ही जवाबदेही तय करने को कहा. उन्होंने कहा कि ‘मुझे पाकिस्तान के प्रतिनिधि के निराधार आरोपों का जवाब देना होगा. दुनिया को बताना होगा कि पड़ोसी मुल्क में आतंकवाद को कैसे पाला पोसा जाता है.
भारत ने गिनाये पाकिस्तान के पाप
हरीश ने कहा कि भारत दशकों से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी हमलों का सामना कर रहा है. इसमें मुंबई शहर पर हुए 26/11 के भयानक हमले से लेकर 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों की बर्बर सामूहिक हत्या तक शामिल है. पहलगाम में पहली ऐसी घटना हुई जिसमें धर्म पूछकर गोली मारी गई. सवाल उठाया कि पाकिस्तानी आतंकवाद के शिकार कौन होते हैं, तनिक सोचो, वो आम नागरिक होते हैं. इसका उद्देश्य हमारी प्रगति को रोकना और मनोबल को तोड़ना है लेकिन वह अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाएगा. नागरिकों की सुरक्षा पर चर्चा में ऐसा देश भाग ले रहा है जो निर्दोष लोगों की हत्या का गुनहगार है, अंतरराष्ट्रीय समुदाय का यह सबसे बड़ा अपमान है.
कैसे बढ़ा भारत-पाकिस्तान में टकराव
22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोग मारे गये थे. इस आतंकी घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया. इसके जवाब में भारत ने 7 मई को तड़के पाकिस्तान के पंजाब तथा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में आतंकवादी अड्डों को निशाना बनाते हुए ऑपरेशन सिंदूर चलाया. इस साहसिक ऑपरेशन में 9 आतंकवादी लॉन्च पैड को तबाह कर दिया गया और 100 से अधिक आतंकावादी मारे गये. इसके बाद बौखलाये पाकिस्तान ने भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की जिसे भारत ने विफल कर दिया. पाकिस्तान ने जब भारत के एयरबेस को निशाना बनाने की कोशिश की तो भारत ने जवाबी कार्रवाई के तहत उसके11 एयरबेस उड़ा दिये. 10 मई को दोनों पक्षों में सीजफायर पर सहमति बनी लेकिन न तो अभी तनाव खत्म हुआ है और न ही ऑपरेशन सिंदूर.
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