प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीकानेर में गरजने के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस कांफ्रेंस की और दो टूक कहा कि अब पाकिस्तान से सिर्फ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) खाली करने पर ही बात होगी. दोनों देशों के बीच तीसरे देश का दखल किसी भी सूरत में मंजूर नहीं होगा. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि आतंकवाद के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है और उसे जिम्मेदार ठहराना जरूरी है. उन्होंने आगे जोड़ ट्रेड और टॉक साथ नहीं हो सकते, खून और पानी साथ नहीं बहेंगे. सिंधु जल समझौता अभी सस्पेंड रहेगा.
#WATCH | Delhi: On multi-party delegation, MEA spokesperson Randhir Jaiswal says, “There are seven delegations. Three delegations have departed…This is a political mission. We want to make a stronger outreach to the world to convey our resolve to fight terrorism. We want the… pic.twitter.com/CAxlBe6RKF
— ANI (@ANI) May 22, 2025
रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत-पाकिस्तान में किसी भी मुद्दे पर बातचीत द्विपक्षीय होनी चाहिए. साथ ही मैं याद दिलाना चाहूंगा कि बातचीत और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते. आतंकवाद के मामले में, हम उन कुख्यात आतंकियों को भारत को सौंपने पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं जिनकी सूची कुछ साल पहले पाकिस्तान को दी गई थी. तुर्की की बात आई तो उन्होंने कहा कि उम्मीद करते हैं कि तुर्की पाकिस्तान से आतंकवाद का निर्यात न करने को कहेगा. इसी क्रम में चीन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान की हुई हालिया बैठक पर उन्होंने कहा कि ऐसी रिपोर्ट उन्होंने भी देखी है. रही बात चीन से आतंकवाद पर बातचीत की तो विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर पर बातचीत हुई थी.
सिंधु जल संधि पर उन्होंने कहा, यह तब तक स्थगित रहेगी जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद के लिए अपने समर्थन को विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से त्याग नहीं देता। जैसा कि हमारे प्रधानमंत्री ने कहा है, “पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।”
बहुपक्षीय प्रतिनिधिमंडल के बारे में रणधीर जायसवाल ने कहा कि सात प्रतिनिधिमंडल बनाये गये हैं. तीन प्रतिनिधिमंडल रवाना हो चुके हैं. यह एक राजनीतिक मिशन है जिसके तहत हम आतंकवाद से लड़ने के अपने संकल्प के बारे में दुनिया को बताना चाहते हैं.
ये भी पढ़ें-
जब सिंदूर बारूद बनता है तो… राजस्थान में गरजे PM मोदी, पाकिस्तान को जमकर लताड़ा