Jyoti Malhotra Spy Case: पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में हरियाणा की मशहूर यूट्यूबर और ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी ने पूरे देश में हड़कंप मचा दिया है. इस मामले की आंच अब बिहार के सियासी गलियारों तक पहुंच गई है. 19 मई, 2025 को बिहार बीजेपी और जेडीयू ने इस मामले पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी. जिसमें ज्योति मल्होत्रा और उनके सहयोगियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की गई. बीजेपी ने फांसी की सजा की मांग की. जबकि जेडीयू ने देशद्रोह का मुकदमा चलाने की वकालत की है. यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बन गया है.
बिहार बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने इस मामले पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा ज्योति मल्होत्रा को लेकर हमें जानकारी मिली है. खुफिया एजेंसियों को कई सबूत मिले हैं कि वह पाकिस्तान के लिए काम कर रही थी. ऐसे लोगों को तो फांसी की सजा होनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा हमारी सेना ने पाकिस्तान के दांत खट्टे कर दिए लेकिन हमारे देश में ज्योति मल्होत्रा जैसे कुछ लोग हैं जो गोपनीय जानकारी दुश्मनों तक पहुंचा रहे हैं. वह अभी जेल में है और सरकार निश्चित रूप से उसे बाहर नहीं निकलने देगी. कानून के तहत कार्रवाई होगी लेकिन जनभावनाओं को देखते हुए ज्योति और उसके सभी सहयोगियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए.
एनडीए की सहयोगी पार्टी जेडीयू ने भी इस मामले में कड़ा रुख अपनाया है. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा ज्योति मल्होत्रा को लेकर जो बात सामने आई है. उसकी गहन जांच होनी चाहिए. अगर जांच में वह या उनके सहयोगी दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने जोर देकर कहा “सबसे पहले देश है और देश के साथ गद्दारी करने वालों को सजा जरूर मिलेगी. केंद्र सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर किया है. ऐसे में कोई अगर देशद्रोह का काम करता है तो यह बर्दाश्त नहीं होगा.
हरियाणा के हिसार की रहने वाली 33 वर्षीय ज्योति मल्होत्रा जो अपने यूट्यूब चैनल ‘Travel with JO’ के लिए जानी जाती हैं. जिसको 17 मई, 2025 को गिरफ्तार किया गया. उनके चैनल के 3.85 लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं. पुलिस का दावा है कि ज्योति ने 2023 में पाकिस्तान की यात्रा के दौरान वहां के खुफिया एजेंट्स, विशेष रूप से पाकिस्तान हाई कमीशन के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के साथ संपर्क स्थापित किया. दानिश को भारत ने 13 मई, 2025 को जासूसी के आरोप में अवांछित व्यक्ति घोषित कर देश से निष्कासित कर दिया था. ज्योति पर व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट के जरिए संवेदनशील जानकारी साझा करने का आरोप है.
ज्योति मल्होत्रा का मामला बिहार में सियासी बहस का केंद्र बन गया है. बीजेपी और जेडीयू की कड़ी प्रतिक्रियाओं ने इस मुद्दे को और गर्म कर दिया है. बीजेपी नेता प्रभाकर मिश्रा ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल बताते हुए केंद्र सरकार की सख्ती की सराहना की. वहीं जेडीयू ने इस मामले को देशद्रोह से जोड़कर कानूनी कार्रवाई की मांग की है. कुछ लोग इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं. जहां ज्योति की गतिविधियों को लेकर सवाल उठ रहे हैं. एक साल पहले मई 2024 में एक यूजर ने उनकी गतिविधियों पर सवाल उठाते हुए एनआईए को सतर्क करने की कोशिश की थी.
यह भी पढ़े 59 सांसदों का डेलिगेशन रवाना, 33 देशों में जाकर बताएगा ऑपरेशन सिंदूर की कहानी