Manipur Women video। मणिपुर (Manipur) हिंसा के दौरान 4 मई को महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी को लेकर इस समय पूरा देश गुस्से में हैं। केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना की निंदा की है। दूसरी ओर मणिपुर (Manipur) हिंसा को लेकर पहले से केंद्र सरकार पर हमलावर रही कांग्रेस ने भी अब अपना हमला तेज कर दिया है। इस बीच घटना को लेकर पीड़ित महिलाओं का बयान आया हैं।
18 मई को शिकायत कराई दर्ज
4 मई के बाद घटना को लेकर पीड़ित महिलाओं ने 18 मई को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया गया है कि कुछ लोगों ने हमारे गांव कांगपोक्पी में हमला कर दिया था। जिसके बाद जान बचाने के लिए गांव वाले जंगल की तरफ भाग गए, आगे जाकर थोउबल पुलिस ने हमें इन लोगों से बचाया और पुलिस स्टेशन ले गई। लेकिन इसी दौरान भीड़ ने करीब थाने से दो किलोमीटर पहले गाड़ी को रोक लिया।
इस दौरान गाड़ी में कुल 5 लोग दो पुरुष और तीन महिलाएं थी। भीड़ ने गाड़ी में बैठी सबसे छोटी महिला के पिता और भाई को गाड़ी से बाहर निकाला और जान से मार दिया, इसके बाद इन लोगों के मन में जो आया उन्होंने वो किया। इसके अलावा पीड़िता ने आरोप लगाया है कि भीड़ में कुछ लोगों को वो पहचानती है उनमें एक शख्स उसके भाई का दोस्त भी था।
पुलिस पर लगे गंभीर आरोप
घटना पर 20 वर्षीय पीड़ित महिला ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए है। उनका कहना है कि जिस भीड़ ने हमारे गांव में हमला किया था उसमें पुलिस के लोग भी शामिल थे। जब पुलिस ने हमें अपनी कार में बैठाया तो कुछ दूरी में जाकर भीड़ के साथ सड़क पर छोड़ दिया था। इस दौरान पुलिस ने हमारी किसी तरह की मदद नहीं की।