नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में आयोजित रक्षा अलंकरण समारोह 2025 के पहले चरण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के जांबाज़ सैनिकों को गैलेंट्री अवॉर्ड्स से सम्मानित किया। इस गरिमामय समारोह में उन वीरों को श्रद्धांजलि और सम्मान अर्पित किया गया जिन्होंने अपने अदम्य साहस, पराक्रम और बलिदान से देश का मान बढ़ाया। छह कीर्ति चक्र और 33 शौर्य चक्र दिया गया है.
समारोह के दौरान राष्ट्रपति ने शौर्य चक्र, कीर्ति चक्र और अन्य वीरता पदकों से सेना के जवानों को सम्मानित किया। ये पुरस्कार उन सैनिकों को दिए गए जिन्होंने न केवल सीमा पर, बल्कि देश के भीतर भी असाधारण साहस और कर्तव्यपरायणता का परिचय दिया।
राष्ट्रपति ने कहा, “देश की सुरक्षा और अखंडता को बनाए रखने के लिए हमारे जवानों का योगदान अमूल्य है। यह वीरता सम्मान न केवल उनके साहस का प्रतीक है, बल्कि पूरे राष्ट्र की कृतज्ञता का भी प्रतीक है।”
इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, तीनों सेनाओं के प्रमुख और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। उनकी उपस्थिति ने इस आयोजन को और अधिक गौरवपूर्ण बना दिया।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने ट्वीट कर कहा, “हमारे वीर सैनिकों की बहादुरी और बलिदान पर हर भारतीय को गर्व है। गैलेंट्री अवॉर्ड्स देश के उन सपूतों का सम्मान हैं जिन्होंने अपना आज हमारे कल के लिए समर्पित कर दिया।”
गैलेंट्री अवॉर्ड्स उन सैन्य और अर्धसैन्य कर्मियों को दिए जाते हैं जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में अपनी जान की परवाह किए बिना कर्तव्य निभाया हो। इस साल कई जवानों को मरणोपरांत भी सम्मानित किया गया, जिससे उनकी बहादुरी को अमर कर दिया गया।