Pahalgam Terror Attack: भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 5 मई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की. इस दौरान पुतिन ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और इसे क्रूर अपराध करार दिया. उन्होंने निर्दोष लोगों की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा इस जघन्य हमले के आयोजकों और अपराधियों को कठोर सजा मिलनी चाहिए. पुतिन ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के संघर्ष में रूस के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया.
पुतिन ने पीएम मोदी के साथ बातचीत में आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ भारत के साथ सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराई. उन्होंने कहा रूस भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में खड़ा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि पुतिन ने हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति सहानुभूति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना व्यक्त की.
इस हमले में 26 लोग जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे. मारे गए थे. यह कश्मीर घाटी में 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे घातक आतंकी हमला था. हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली थी. जिसे भारत ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन करार दिया है.
फोन कॉल के दौरान दोनों नेताओं ने भारत-रूस के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने पर जोर दिया. पीएम मोदी ने पुतिन को विजय दिवस की 80वीं वर्षगांठ पर बधाई दी और उन्हें 2025 में भारत में होने वाले वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया. यह बातचीत न केवल आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को रेखांकित करती है बल्कि दोनों देशों के बीच गहरे द्विपक्षीय रिश्तों को भी दर्शाती है.
पहलगाम के बाइसारन घाटी में हुए इस हमले ने भारत में व्यापक आक्रोश पैदा किया है. हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने के आरोपों ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है. भारत ने जवाबी कार्रवाई में कई कदम उठाए हैं जिनमें 1960 के सिंधु जल संधि को निलंबित करना अटारी चेकपोस्ट बंद करना और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा प्रतिबंध शामिल हैं.
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