ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर के बाद भारत में सियासी पारा डाउन होने का नाम नहीं ले रहा. विपक्ष खासतौर से कांग्रेस सीजफायर और उसके तरीके को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा सवालों के गोले दाग रहे हैं. शुक्रवार को राहुल गांधी ने विदेश मंत्री से पूछा कि साफ साफ बताइये अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मध्यस्थता करने के लिए किसने कहा?
कांग्रेस ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पहले मीम्स के जरिए जयचंद बताया और अब राहुल गांधी ने विदेश मंत्री का जेजे नाम से नया नामकरण कर दिया है और उनसे तीन सवाल पूछे हैं. राहुल ने पूछा है कि क्या जेजे बताएंगे कि भारत को पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान संग क्यों जोड़ दिया गया? पाकिस्तान की निंदा करने में एक भी देश हमारे साथ क्यों नहीं खड़ा हुआ? अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भारत और पाक के बीच मध्यस्थता करने के लिए किसने कहा?
Will JJ explain:
• Why has India been hyphenated with Pakistan?
• Why didn’t a single country back us in condemning Pakistan?
• Who asked Trump to “mediate” between India & Pakistan?India’s foreign policy has collapsed. https://t.co/m8q2lAFRm4
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 23, 2025
राहुल गांधी ने जयशंकर से फिर से स्पष्ट करने को कहा है कि भारत ने पाकिस्तान को उसकी धरती पर आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाने के बारे में सूचित किया था या नहीं? भारत ने यह गलती करके अपने फाइटर जेट खोये. विपक्ष के नेता पहले भी यह सवाल उठाते रहे हैं जिसके जवाब में विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा था कि विदेश मंत्री ने ये कहा था कि हमने पाकिस्तान को शुरुआत में ही चेतावनी दे दी थी, जो स्पष्ट रूप से ऑपरेशन सिंदूर के शुरू होने के बाद का प्रारंभिक चरण था. तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है.
इस तकरार में एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल सरकार के बचाव में आगे आये. उन्होंने कहा कि आज जब पूरा देश एकजुट है, तब लोकसभा में विपक्ष के नेता ऐसी बचकानी बातें कर रहे हैं. कांग्रेस के लोग खुद पछता रहे होंगे कि उनके नेता ऐसी बचकानी बातें क्यों कर रहे हैं. विदेश मंत्री के बात का गलत मतलब निकाला जा रहा है.
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