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पाकिस्तान में हारने का भी मिलता है इनाम! शहबाज सरकार ने PAK आर्मी चीफ मुनीर को बनाया फील्ड मार्शल

पाकिस्तान में हारने का भी इनाम मिलता है. ऑपरेशन सिंदूर में बुरी तरह मात खाने के बाद पाकिस्तान अपनी जीत का ढिढोरा पिट रहा है और उसे बल देने के लिए उसने अपने आर्मी चीफ आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल बना दिया है.

Pakistan Army Chief General Asim Munir
inkhbar News
  • Last Updated: May 20, 2025 19:11:46 IST

पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए जिस तरह से भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया उससे दुनिया आश्चर्यचकित है और भारत की तरफ देख रही है. किसी भी जंग में मनोवैज्ञानिक युद्ध और उसमें बढ़त का बड़ा महत्व होता है. इसके लिए झूठ का भी सहारा लिया जाता है. दोनों पक्ष दावा करते हैं कि असली जीत उनकी हुई है.

पाक ने मुनीर को इसलिए दिया इनाम

इस ऑपरेशन के दौरान भारत और पाकिस्तान में हुई भिड़ंत में भी पाकिस्तान ने दावा किया कि भारत को काफी नुकसान पहुंचाया है जबकि भारत ने जो कार्रवाई की उसे दुनिया ने देखा. अब पाकिस्तान ने अपने दावे को मजबूती देने के लिए आर्मी चीफ आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल बना दिया है.


फील्ड मार्शल बनने वाले मुनीर दूसरे जनरल

पाकिस्तान की कैबिनेट ने मंगलवार को जनरल आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. फील्ड मार्शल का पद पाकिस्तान में सशस्त्र बलों में सर्वोच्च पद है. पाकिस्तान में फील्ड मार्शल बनने वाले जनरल आसिम मुनीर दूसरे शख्स हैं. इससे पहले अयूब खान 1959-1967 के बीच इस पद पर रहे थे.

फील्ड मार्शल बनने के बाद क्या बोले मुनीर

शहबाज सरकार द्वारा फील्ड मार्सल बनाए जाने के बाद आसिम मुनीर ने कहा कि फील्ड मार्शल का सम्मान पाने के लिए मैं अल्लाह का आभारी हूं. यह सम्मान पूरे देश, सशस्त्र बलों, नागरिकों, सैन्य शहीदों और गाजियों को समर्पित करता हूं. पाकिस्तान के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और कैबिनेट का आभारी हूं.

कौन हैं आसिम मुनीर

मुनीर 2022 से पाकिस्तान के आर्मी चीफ के पद पर कार्यरत हैं. वे पाक के 11वें आर्मी चीफ हैं. आर्मी चीफ बनने से पहले वह क्वार्टरमास्टर जनरल के रूप मे के रूप में जीएचक्यू में तैनात थे. मुनीर ने सेना में अपने करियर की शुरुआत 2025 में की थी और  2025 में वह हारी हुई बाजी के लिए इनाम पाकर फील्ड मार्सल बन गये हैं. उन्हें निशान-ए-इम्तियाज, हिलाल-ए-इम्तियाज और स्वोर्ड ऑफ ऑनर (पाकिस्तान) से भी नवाजा जा चुका है.

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