Pahalgam Terror Attack: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया. इस हमले में 28 लोगों की जान गई. जिनमें दो विदेशी पर्यटक शामिल थे और 20 से अधिक लोग घायल हुए. लश्कर-ए-तैयबा के विंग ‘द रजिस्टेंट फ्रंट’ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली. इस घटना के बाद भारत सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए. जिनमें सिंधु जल संधि का निलंबन, वाघा बॉर्डर बंद करना, और SAARC वीजा रद्द करना शामिल है. इस संकटकाल में एकजुटता दिखाने के लिए 24 अप्रैल 2025 को नई दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई.
बैठक में शामिल होने के लिए राहुल गांधी पहुंचे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई इस सर्वदलीय बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सरकार की ओर से स्थिति पर विस्तृत जानकारी दी. विपक्ष की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हिस्सा लिया. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष तारिक कर्रा, बीजेपी नेता रविंदर रैना, और अन्य प्रमुख दलों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे.
#WATCH दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और… pic.twitter.com/3GTIuyGGDR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 24, 2025
अमित शाह ने बैठक में पहलगाम हमले की जांच को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपने और सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाने की जानकारी दी. उन्होंने कहा ‘इस जघन्य आतंकी हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा. हम अपराधियों पर कठोरतम कार्रवाई करेंगे.’ राहुल गांधी ने बैठक से पहले गृह मंत्री अमित शाह, उमर अब्दुल्ला, और तारिक कर्रा से फोन पर बात कर स्थिति का जायजा लिया था. उन्होंने बैठक में कहा ‘आतंक के खिलाफ पूरा देश एकजुट है. सरकार को खोखले दावों के बजाय ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.’
यह भी पढे़ं- ‘मैंने राक्षस को मार डाला’, पूर्व DGP ओम प्रकाश की हत्या में पत्नी पल्लवी मुख्य संदिग्ध, बेटी भी हिरासत में