Jyoti Malhotra & Danish: नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी एहसान-उर-रहीम, जो ‘दानिश’ के नाम से भी जाने जाते हैं पर भारत में एक जासूसी नेटवर्क संचालित करने का गंभीर आरोप लगा है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, दानिश ने हरियाणा की ट्रैवल व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा और पंजाब के मलेरकोटला की गजाला को प्रेमजाल और पैसों के माध्यम से फंसाकर उनसे संवेदनशील जानकारी प्राप्त की।
जांच में सामने आया है कि दानिश ने गजाला को शादी का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया। गजाला 2025 में पाकिस्तानी वीजा के लिए उच्चायोग गई थीं. जहां उनकी मुलाकात दानिश से हुई। दानिश ने गजाला का उपयोग एजेंटों को रकम ट्रांसफर करने के लिए किया।
वहीं ज्योति मल्होत्रा की दानिश से पहली मुलाकात 2023 में दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में हुई थी। दानिश ने उनके लिए वीजा एक्सटेंशन और पाकिस्तान टूर की व्यवस्था की थी। इसके बाद, दानिश ने ज्योति को आईएसआई के एजेंटों शाकिर और राणा शाहबाज से मिलवाया। सूत्रों के अनुसार, ज्योति का एक हैंडलर के साथ अंतरंग संबंध था और वह उसके साथ इंडोनेशिया के बाली भी गई थीं। दानिश के निर्देश पर, ज्योति न केवल भारत की आंतरिक जानकारी जुटा रही थीं, बल्कि अपने यूट्यूब और इंस्टाग्राम अकाउंट पर पाकिस्तान के पक्ष में सामग्री भी पोस्ट कर रही थीं।
सुरक्षा एजेंसियों को जब इस नेटवर्क की भनक लगी, तो दानिश को 13 मई 2025 को भारत से निष्कासित कर दिया गया। डिप्लोमैटिक इम्युनिटी के कारण उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सका। यह मामला भारत-पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक संबंधों में तनाव का नया कारण बन सकता है।
इस प्रकरण ने भारत में पाकिस्तानी राजनयिकों की गतिविधियों पर गंभीर सवाल उठाए हैं और सुरक्षा एजेंसियां इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हैं। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां संभव हैं।
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