यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा (CSE 2024) का परिणाम घोषित कर दिया है. इस बार परीक्षा में कुल 1009 उम्मीदवार सफल हुए हैं. इस परीक्षा में प्रयागराज की शक्ति दुबे ने टॉप किया है जो कि मूलत: बलिया जिले की रहने वाली हैं. दूसरे स्थान पर हर्षिता गोयल हैं, जो एमएस यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा से बीकॉम ग्रेजुएट हैं. तीसरे नंबर पर डोंगरे अर्चित पराग रहे, उन्होंने वीआईटी वेल्लोर से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक किया है. सफल उम्मीदवारों की कड़ी में एक नाम उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर के रहने वाले इकबाल अहमद (Iqabal Ahmad) का भी है जिनको 998वीं रैंक मिली है. इकबाल अहमद को गुदड़ी का लाल बताया जा रहा है. उनके पिता मकबूल अहमद साइकिल पंक्चर की दुकान चलाते थे.
यूपी के संतकबीरनगर निवासी इकबाल अहमद के तीन भाई और दो बहनें हैं. इकबाल ने अपनी प्राइमरी शिक्षा मेंहदावल से पूरी की. फिर उच्च शिक्षा के लिए गोरखपुर चले गये. इकबाल अहमद शुरू से पढ़ने में मेधावी थे और वह वर्तमान में बस्ती जिले में श्रम प्रवर्तन अधिकारी के पद पर तैनात हैं. वह राज्य स्तर की परीक्षा पास कर श्रम प्रवर्तन अधिकारी बनने के बावजूद संतुष्ट नहीं हुए, यूपीएससी के लिए लगे रहे. उनका सपना UPSC में सफल होना था, जो अब उन्होंने कर दिखाया है.
इकबाल अहमद के पिता मकबूल अहमद की पंक्चर की दुकान थी. यह दुकान नंदौर स्थित भारतीय स्टेट बैंक के पास थी. रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले दो सालों से स्वास्थ्य समस्याओं की वजह से पिता की पंचर की दुकान बंद है. 22 अप्रैल को जैसे ही रिजल्ट आया इकबाल अहमद का उसमें नाम देखकर पूरा परिवार उछल पड़ा. पूरे घर परिवार में खुशियां मनाई गई. मुश्किल हालात में सपनों को पूरा करने के लिए इकबाल ने कोई कसर नहीं छोड़ी. अपको बता दें कि देश की प्रतिष्ठत सिविल सर्विस परीक्षा तीन चरणों में होती है. पहले चरण प्री, दूसरा मुख्य और तीसरा इंटरव्यू होता है. तीन चरणों की यह परीक्षा बहुत कठिन होती है और गुदड़ी के लाल बहुत कम बन पाते हैं.
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