दिल्ली और आसपास के इलाकों में शनिवार आधी रात के बाद मौसम ने करवट लिया. आंधी-तूफान के साथ तड़के तीन बजे से बारिश होती रही. दिनभर उमस भरी गर्मी से इस बारिश ने तात्कालिक राहत तो दी लेकिन साथ में ढेरों समस्याएं भी लेकर आई.
जगह जगह बिजली के पोल और पेड़ उखड़ गये हैं जिससे यातायात प्रभावित हुआ है. अरब सागर में लो प्रेशर और केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून के समय से पहुंचने के बाद से मूसलाधार बारिश हो रही है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कई जिलों में तेज बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है. महाराष्ट्र और गोवा के लिए चेतावनी जारी की गई है.
दिल्ली एनसीआर में बीती रात मौसम का तेवर बदल गया. मौसम विभाग ने आंधी तूफान के साथ तेज बारिश का जो पूर्वानुमान जताया था वो सही निकला. इसको लेकर अलर्ट भी जारी किया गया था. दिल्ली और आसपास के इलाकों में 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चली और तेज बारिश हुई.
शनिवार आधी रात के बाद शुरू हुआ सिलसिला रविवार तड़के तक चलता रहा. रविवार सुबह को भी रिमझिम बारिश होती रही. मौस विभाग ने स्थिति को देखते हुए लोगों को खुली जगहों से बचने और पेड़ों के नीचे न जाने की चेतावनी दी है. लोगों को कमज़ोर मकानों- दीवारों से भी दूर रहने को कहा गया है.
स्काईमेट वेदर के मुताबिक अगला 24 घंटा भी ऐसे ही रहने वाला है. विदर्भ, मराठवाड़ा, कोंकण, गोवा, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक और केरल में बारिश हो सकती है.बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, दक्षिण-पूर्व मध्यप्रदेश, तेलंगाना और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में भी ऐसी ही स्थिति रहने वाली है.
ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, और आंतरिक कर्नाटक में 40 से 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है. हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दक्षिण गुजरात से लेकर लक्षद्वीप तक तेज हवा, आंधी-तूफान और बारिश की संभावना है.
आमतौर पर मानसून 1 जून को पहुंचता है लेकिन इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून समय से पहले 24 मई को ही केरल में दस्तक दे चुका है. पूर्व-मध्य अरब सागर और उससे सटे दक्षिण कोंकण तट पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. इसके पूर्व की ओर बढ़ने और दक्षिण तटीय महाराष्ट्र को पार करने की संभावना है.
केरल, कर्नाटक, तटीय महाराष्ट्र और गोवा में अगले 7 दिनों के दौरान भारी बारिश की संभावना है. केरल में 24-26 मई, तटीय महाराष्ट्र, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में 25 मई, कर्नाटक के तटीय क्षेत्र में 24-27 मई, तमिलनाडु में 25- 26 मई को जोरदार बारिश हो सकती है.
राजस्थान के जैसलमेर में 22 मई को तापमान 48°C तक पहुंच गया था जो अब तक का सबसे अधिक तापमान है. 25 मई 2010 में भी तापमान इतना ही पहुंचा था. जैसलमेर में पिछले 12 दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है. आसपास के ज़िले भी गर्मी से बेहाल हैं. मौसम विभाग के मुताबिक राजस्थान में 27 मई तक हीट-वेव जारी रहने की संभावना है. पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में 26 मई तक गर्मी सितम ढाएगी.
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