Pakistani Spy: दिल्ली के सीलमपुर इलाके में कबाड़ का कारोबार करने वाला 45 वर्षीय मोहम्मद हारून एक बार फिर सुर्खियों में है. उत्तर प्रदेश एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (UP ATS) ने 22 मई 2025 को हारून को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया. यह मामला यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के जासूसी कांड से जुड़ा है जो अब हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और दिल्ली तक फैल चुका है. हारून पर आरोप है कि वह पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारी मुजम्मल हुसैन के साथ मिलकर भारत की गोपनीय सूचनाएं साझा कर रहा था.
मोहम्मद हारून दिल्ली के सीलमपुर का निवासी है और कबाड़ का व्यापार करता है. उसकी दूसरी पत्नी, सुमैरा, पाकिस्तान की रहने वाली है. हारून ने अपनी दूसरी पत्नी से मिलने के लिए कई बार पाकिस्तान की यात्रा की. इन यात्राओं के दौरान वह पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात कर्मचारी मुजम्मल हुसैन के संपर्क में आया. UP ATS के मुताबिक, हारून ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए काम किया और भारत की आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारी साझा की.
UP ATS की जांच में खुलासा हुआ कि हारून न केवल जासूसी में शामिल था बल्कि वह एक अवैध वीजा रैकेट का हिस्सा भी था. वह लोगों से पाकिस्तानी वीजा दिलाने के बदले पैसे वसूलता था. ATS के एक बयान में कहा गया ‘हारून ने मुजम्मल हुसैन के निर्देश पर कई बैंक खातों की जानकारी दी, जिनमें वीजा लेने वालों से पैसे जमा करवाए जाते थे. हारून कमीशन लेकर यह पैसा नकद में एक अन्य व्यक्ति को सौंपता था. जिसका उपयोग राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में किया जाता था.’
गिरफ्तारी के दौरान हारून के पास से दो मोबाइल फोन और 16,900 रुपये नकद बरामद किए गए. पूछताछ में हारून ने स्वीकार किया कि उसके पाकिस्तान में रिश्तेदार हैं और वह उच्चायोग के कर्मचारी के साथ लगातार संपर्क में था.
हारून का मुख्य संपर्क मुजम्मल हुसैन था. जो पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत था. भारत सरकार ने हुसैन को ‘पर्सोना नॉन ग्राटा’ घोषित कर देश से निष्कासित कर दिया है. ATS के अनुसार हुसैन ने हारून को भारत की सुरक्षा से जुड़ी जानकारी जुटाने और साझा करने का निर्देश दिया था. यह जानकारी भारत की आंतरिक स्थिरता को नुकसान पहुंचाने के लिए इस्तेमाल की जा रही थी.
यह मामला केवल हारून तक सीमित नहीं है. UP ATS ने वाराणसी से तुफैल नामक एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया. जो तहरीक-ए-लब्बैक से प्रेरित था और पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा था. इसके अलावा हरियाणा के नूंह जिले से तारीफ और अरमान नामक दो अन्य लोगों को भी जासूसी के आरोप में पकड़ा गया. यह नेटवर्क देश के कई हिस्सों में फैला हुआ है और जांच अभी जारी है.
हारून की गिरफ्तारी के बाद उनके परिवार ने दावा किया कि वह निर्दोष है. परिवार का कहना है कि हारून केवल अपने कबाड़ के कारोबार और पारिवारिक रिश्तों के लिए पाकिस्तान जाता था. हालांकि ATS ने उनके दावों को खारिज करते हुए कहा कि सबूतों के आधार पर कार्रवाई की गई है.
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