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ज्यादा गर्मी पड़ते ही क्यों आ जाती है आंधी, साथ में बारिश भी… जानें इसके पीछे का विज्ञान!

इस साल उत्तर भारत में बार-बार पश्चिमी विक्षोभ के कारण आंधी और बारिश का सिलसिला देखने को मिल रहा है. पश्चिमी विक्षोभ, जो ईरान-अफगानिस्तान से आने वाला ठंडा मौसमी सिस्टम है उत्तर भारत की गर्म और नम हवा से टकराता है जिससे आंधी और बारिश होती है. बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी की निरंतर आपूर्ति के कारण यह प्रक्रिया और तेज हो जाती है.

Delhi Rain
inkhbar News
  • Last Updated: May 22, 2025 17:15:54 IST

Why do storms come when it gets too hot: 21 मई 2025 को दिल्ली-एनसीआर में चिलचिलाती गर्मी के बाद अचानक मौसम ने करवट ली. राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में तेज हवाओं, धूल भरी आंधी, ओलावृष्टि और भारी बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दी लेकिन पेड़ गिरने, जलभराव और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं भी सामने आईं. दिल्ली हवाई अड्डे पर उड़ानें बाधित हुईं और दिल्ली मेट्रो की यलो लाइन पर यात्री घंटों फंसे रहे. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार बादलों का एक समूह उत्तरी दिल्ली से दक्षिण-दक्षिणपूर्व की ओर बढ़ा जिसके कारण धूल भरी आंधी और तेज हवाएं चलीं. इस दिन तापमान 40.7 डिग्री सेल्सियस रहा. जो सामान्य से 0.5 डिग्री अधिक था. जबकि ह्यूमिडिटी 34% से 64% के बीच रही. हीट इंडेक्स 50.2 डिग्री तक पहुंच गया जो उमस और गर्मी की तीव्रता को दर्शाता है.

गर्मी के बाद आंधी का विज्ञान

जब तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है तो जमीन और हवा तेजी से गर्म होती है. गर्म जमीन हवा को गर्म करती हैजो हल्की होकर ऊपर उठती है. इस प्रक्रिया में आसपास की ठंडी, नमी युक्त हवा उसकी जगह लेने आती है. ऊपर उठने वाली गर्म हवा ठंडी होने पर उसमें मौजूद नमी संघनन (condensation) के जरिए बादल बनाती है. यदि नमी और हवा की गति अधिक हो तो ये बादल गरज-बरस वाले बादलों में बदल जाते हैं. जिन्हें कालबैसाखी या डस्ट स्टॉर्म कहा जाता है.
इससे तेज हवाएं, धूल भरी आंधी और बारिश होती है.

पश्चिमी विक्षोभ की भूमिका

इस साल उत्तर भारत में बार-बार पश्चिमी विक्षोभ के कारण आंधी और बारिश का सिलसिला देखने को मिल रहा है. पश्चिमी विक्षोभ, जो ईरान-अफगानिस्तान से आने वाला ठंडा मौसमी सिस्टम है उत्तर भारत की गर्म और नम हवा से टकराता है जिससे आंधी और बारिश होती है. बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी की निरंतर आपूर्ति के कारण यह प्रक्रिया और तेज हो जाती है. इस साल मई में तापमान 40-45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने से गर्म हवा का ऊपर उठना तेज हुआ. जिसके परिणामस्वरूप हर दो-तीन दिन में आंधी और बारिश देखने को मिल रही है.

क्या यह सामान्य है?

मई में उत्तर भारत में गर्मी और लू आम हैं लेकिन हर दो-तीन दिन में आंधी और बारिश असामान्य है. जलवायु परिवर्तन और पश्चिमी विक्षोभ की बढ़ती आवृत्ति इसके पीछे प्रमुख कारण हैं. इस साल मई में उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से कम गर्मी और अधिक बारिश दर्ज की गई. दक्षिण और मध्य भारत में भी असामान्य बारिश हुई. आईएमडी ने 21-26 मई तक भारी बारिश और तेज हवाओं का पूर्वानुमान जारी किया है.

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