Inkhabar
  • होम
  • व्यापार
  • GST Slabs Annual Rate Revision Change: जीएसटी स्लैब घटाकर 2 कर सकती है नरेंद्र मोदी सरकार, नीति आयोग के सदस्य की मांग, जल्द फैसला आने से लोगों को मिलेगी राहत

GST Slabs Annual Rate Revision Change: जीएसटी स्लैब घटाकर 2 कर सकती है नरेंद्र मोदी सरकार, नीति आयोग के सदस्य की मांग, जल्द फैसला आने से लोगों को मिलेगी राहत

GST Slabs Annual Rate Revision Change: सरकार जल्द ही कुछ सामान के लिए 2 जीएसटी स्लैब ला सकती है. जीएसटी के रेट के बदलाव पर विचार किया जा रहा है. पैनल ने 10 प्रतिशत और 20 प्रतिशत के दो स्लैब सुझाए हैं. वैकल्पिक रूप से, कुछ सामानों को 18 प्रतिशत स्लैब से 28 प्रतिशत तक ले जाया जा सकता है, पैनल ने सोमवार को बेंगलुरु में बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी को एक प्रस्तुति में ये कहा. बता दें कि चालू वित्त वर्ष में जीएसटी संग्रह में 63,200 करोड़ रुपये की कमी हो सकती है और 2021 तक 2 लाख करोड़ रुपये हो सकती है.

GST Slabs Annual Rate Revision Change
inkhbar News
  • Last Updated: December 26, 2019 13:23:29 IST

नई दिल्ली. सरकार आर्थिक प्रणाली को सरल बनाने और संग्रह में कमी का मुकाबला करने के लिए पांच माल और सेवा कर (जीएसटी) स्लैब को कम करके दो स्लैब करने पर विचार कर सकती है. ये जीएसटी राजस्व वृद्धि पर केंद्र और राज्यों के अधिकारियों की एक समिति द्वारा की गई सिफारिशों में से थे. बता दें कि चालू वित्त वर्ष में जीएसटी संग्रह में 63,200 करोड़ रुपये और 2021 तक 2 लाख करोड़ रुपये की कमी हो सकती है. पैनल ने 10 प्रतिशत और 20 प्रतिशत के दो स्लैब सुझाए. वैकल्पिक रूप से, कुछ सामानों को 18 प्रतिशत स्लैब से 28 प्रतिशत तक ले जाया जा सकता है, पैनल ने सोमवार को बेंगलुरु में बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी के सामने ये कहा. जीएसटी परिषद ने अपनी हालिया बैठक में मोदी से राजस्व वृद्धि उपायों पर गौर करने को कहा था.

सुशील मोदी, बिहार के वित्त मंत्री और एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) पर मंत्रियों के समूह के प्रमुख ने आर्थिक मंदी के कारण राजस्व ढांचे में बदलाव की संभावना को खारिज कर दिया था. पैनल ने 23 वस्तुओं के साथ मुद्दे पर प्रकाश डाला, इसके अलावा कुछ विविध लोगों ने घर को ड्राइव करने के लिए बिंदु को उलटा कर्तव्य संरचना विकृतियों को सही करने की आवश्यकता के बारे में बताया कि इनपुट उत्पादों पर तैयार उत्पादों की तुलना में अधिक दर से कर लगाया जाता है. 5 प्रतिशत और 12 प्रतिशत स्लैब में मोबाइल फोन, फार्मास्यूटिकल्स, मानव निर्मित यार्न, रेडीमेड वस्त्र, फर्टिलाइजर, कपड़े, और नवीकरणीय ऊर्जा उपकरण जैसे आइटम एक औंधा कर्तव्य संरचना का सामना करते हैं, जिसके कारण 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की वापसी हुई है.

समिति ने 28 प्रतिशत से 18 प्रतिशत तक कुछ वस्तुओं पर जीएसटी की कटौती को वापस लेने का सुझाव दिया, उच्च अंत स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा सहित कुछ वस्तुओं की छूट की स्थिति को वापस लेने के अलावा 3 प्रतिशत से 5 प्रतिशत सोने जैसी कीमती धातुओं पर दर बढ़ा दी. जीएसटी परिषद ने जुलाई 2018 में कम कीमतों और खपत को बढ़ावा देने के लिए कई उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं और पेंट पर दरों में 28 प्रतिशत से 18 प्रतिशत तक की कटौती की थी.

Also read, ये भी पढ़ें: 7th Pay Commission: 7th पे के तहत मोदी सरकार पेंशन धारकों को देगी बड़ा तोहफा, करना होगा यह काम

UIDAI Aadhaar Card Address Update: किराए के घर में रहने वाले ऐसे अपडेट करें अपना आधार कार्ड एड्रेस, जानें नए नियम

RBI Governor on Indian Economy: बैंक प्रमुखों से बोले RBI गवर्नर शक्तिकांत दास- मौजूदा आर्थिक हालात बैंकों के सामने खड़ी कर सकती हैं चुनौती, तैयार रहें

NEFT Service New Rule: ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर आम लोगों को बड़ी राहत, फंड ट्रांसफर नेफ्ट को लेकर 16 दिसंबर से बदलेगा नियम, देखें क्या होगा खास

Tags