Inkhabar
  • होम
  • व्यापार
  • पाकिस्तान के पास मिला तेल-गैस का बड़ा भंडार, फिर क्यों नहीं हैं बड़ी कंपनियां एक्सप्लोरेशन को तैयार?

पाकिस्तान के पास मिला तेल-गैस का बड़ा भंडार, फिर क्यों नहीं हैं बड़ी कंपनियां एक्सप्लोरेशन को तैयार?

पाकिस्तान को उसके समुद्र क्षेत्र में एक बड़ा तेल और गैस का भंडार मिला है, जो देश की आर्थिक किस्मत बदल सकता है। ये भंडार पाकिस्तान को उसके

Pakistan Oil and Gas Reserves
inkhbar News
  • Last Updated: September 17, 2024 15:58:10 IST

नई दिल्ली: पाकिस्तान को उसके समुद्र क्षेत्र में एक बड़ा तेल और गैस का भंडार मिला है, जो देश की आर्थिक किस्मत बदल सकता है। ये भंडार पाकिस्तान को उसके भारी कर्ज, आर्थिक तंगी और वित्तीय संकट से बाहर निकाल सकता है। लेकिन इतनी बड़ी खोज के बावजूद, पाकिस्तान के सामने एक नई समस्या खड़ी हो गई है। बड़ी इंटरनेशनल कंपनियां, जो इस भंडार की ड्रिलिंग कर सकती हैं, सुरक्षा चिंताओं और भारी खर्च के कारण इसमें रूचि नहीं दिखा रही हैं।

पाकिस्तान को चाहिए 5 बिलियन डॉलर का निवेश

पाकिस्तान ने तीन साल की मेहनत के बाद इस भंडार का पता लगाया है। अगर यहां गैस निकलती है, तो पाकिस्तान को LNG इंपोर्ट करने की जरूरत नहीं पड़ेगी और अगर तेल निकलता है, तो उसकी कच्चे तेल पर निर्भरता भी खत्म हो सकती है। लेकिन असली चुनौती ये है कि इस भंडार को निकालने के लिए करीब 5 बिलियन डॉलर का निवेश चाहिए, जो सिर्फ बड़ी ऑयल कंपनियां ही कर सकती हैं।

दुनिया के चौथे सबसे बड़े भंडार का अनुमान

पाकिस्तान में मिला ये हाइड्रोकार्बन भंडार कितना बड़ा है, इसका सही अंदाजा तो नहीं लगा है, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि ये दुनिया का चौथा सबसे बड़ा तेल और गैस रिजर्व हो सकता है। ये खोज एशिया के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि हो सकती है, लेकिन इस पर काम करने वाली कंपनियों की कमी है।

सुरक्षा चिंता से इंटरनेशनल कंपनियां पीछे हट रहीं

सुरक्षा की स्थिति खराब होने के कारण, कोई भी बड़ी कंपनी इस भंडार पर काम करने के लिए तैयार नहीं है। कंपनियों को अपने कर्मचारियों और उपकरणों की सुरक्षा पर भारी खर्च का डर सता रहा है और उन्हें पाकिस्तान सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर भी भरोसा नहीं है।

चीन और अरैमको से उम्मीद

इस साल मार्च में, खैबर पख्तूनख्वा के डासू डैम प्रोजेक्ट पर काम कर रहे पांच चीनी इंजीनियर एक आत्मघाती हमले में मारे गए थे, जिससे प्रोजेक्ट को रोकना पड़ा था। ऐसे में पाकिस्तान को उम्मीद है कि या तो चीन इस एक्सप्लोरेशन में मदद करेगा या सऊदी अरब की कंपनी अरैमको इसमें निवेश करेगी। फिलहाल, पाकिस्तान इन दोनों से मदद की कोशिशों में जुटा हुआ है।

 

ये भी पढ़ें:चावल, दाल और सब्जियों के घटेंगे दाम, देश में बारिश से आम लोगों को मिली राहत, जानें कैसे?

ये भी पढ़ें:Ford की भारत में वापसी! चेन्नई प्लांट से हजारों नौकरियां और एक्सपोर्ट की तैयारी