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ललित मोदी के दादा ने संघर्ष कर बनाई करोड़ों की संपत्ति, 400 रुपए लेकर आए थे

नई दिल्ली : क्रिकेट की दुनिया को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) देने वाले ललित मोदी सुष्मिता सेन से अपने रिश्तों को लेकर खूब चर्चा में हैं. उन्हें देश से भागने वाले बिज़नेस मैन के रूप में भी जाना जाता है. कुछ लोग उनकी छवि को लेकर काफी नकारात्मक विचार भी रखते हैं. लेकिन क्या आप […]

lalit modi and his grandfather
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  • Last Updated: July 17, 2022 16:06:35 IST

नई दिल्ली : क्रिकेट की दुनिया को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) देने वाले ललित मोदी सुष्मिता सेन से अपने रिश्तों को लेकर खूब चर्चा में हैं. उन्हें देश से भागने वाले बिज़नेस मैन के रूप में भी जाना जाता है. कुछ लोग उनकी छवि को लेकर काफी नकारात्मक विचार भी रखते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर अरबों की संपत्ति, और लग्ज़री लाइफ स्टाइल वाले ललित के खानदानी संघर्ष की कहानी क्या है? ये बात तो आप भी जानते होंगे कि भारत में उनका कारोबार कितना पुराना है लेकिन इस विरासत की शुरुआत किसने की? आइये आपको बताते हैं.

90 साल पुरानी विरासत

पूर्व मिस यूनिवर्स और फिल्म एक्ट्रेस सुष्मिता सेन के साथ रिलेशनशिप ने ललित मोदी को Talk of the Town बना दिया है. वैसे तो ललित मोदी को देश से भगोड़ा करार दिया जा चुका है लेकिन भारत में उनका कारोबार काफी बड़ा है. यह कारोबार लगभग 90 साल पुराना है. जो ललित मोदी ने नहीं बल्कि उनके दादा जी, राय बहादुर सेठ गुजरमल मोदी की बदौलत इतना फला-फूला है.

400 रुपये लेकर निकले थे दादा गुजरमल

ललित मोदी की इस अरबों की विरासत के पीछे उनके दादा जी की कहानी है जो थोड़ी फ़िल्मी भी है. दादा राय बहादुर सेठ गुजरमल मोदी हरियाणा से संबंध रखते थे. मात्र 17 साल की उम्र में उन्होंने ही आज करोड़ों की नीच पर खड़े कारोबार की दुनिया में कदम रखा था. बात है साल 1919 की जब वह अपने पिता के साथ घर का बिजनेस करने लगे. लेकिन वो भी शायद नहीं जानते थे कि उनकी किस्मत उन्हें दूर ले जाने वाली है. जेब में सिर्फ 400 रुपये लेकर जब गुजरमल घर से निकले तो वह वनस्पति (वनस्पति घी/तेल) का काम करने लगे.

मिल ने बनाया मिलियनेर

घी का कारोबार करने वाले गुजरमल मोदी की जिंदगी ने पलटी तब मारी, जब उन्होंने राजधानी दिल्ली से लगभग 50 किलोमीटर दूर बेगमाबाद इलाके में 100 बीघा जमीन खरीदी. ये साल 1933 की बात है, जब इंग्लैंड से लाई मशीनों के साथ वहाँ पर गुजरमल ने एक चीनी मिल शुरू की. आज उनके बिज़नेस के फैलने का आलम ये है कि बेगमाबाद का ये इलाका आज के दौर में गाजियाबाद के ‘मोदीनगर’ का नाम ले चुका है. ये है कहानी उनके एक मिल के मालिक से मिलियनेर बनने की जिसने आज देश को ललित मोदी दिया. हालांकि ललित मोदी ने देश के सामने भगोड़े की तस्वीर बना ली लेकिन उनका आईपीएल के लिए योगदान भारत के लिए नगीना साबित हुआ.

 

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