नई दिल्ली: राजस्थान के श्रीगंगानगर में सूरतगढ़ थर्मल पावर प्लांट के 5 इंजीनियर्स को जिंदा जलाकर मारने की कोशिश की गई है। बताया जा रहा है कि इंजीनियर्स के साथ बदमाशों ने पहले मारपीट की फिर उनकी कार को आग के हवाले कर दिया। इस हमले में सभी इंजीनियर्स गंभीर रूप से घायल हो गए और अपनी जान बचाने के लिए खेतों की तरफ भाग गए। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने इंजीनियर्स को लूटने का भी प्रयास किया था।
जानकारी के अनुसार इंजीनियर्स को आरोपियों ने लूटने की कोशिश की थी। यह घटना 15 जनवरी रात 11.30 बजे सूरतगढ़ के राइयांवाली कस्बे की बताई जा रही है। इस मामले में पुलिस ने एक नामजद समेत कई अन्य आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। थर्मल पावर प्लांट एक्सईएन घनश्याम अग्रवाल ने बताया कि एईएन प्रवीण जाखड़, जेईएन नरेद्र सिंह देवड़ा, एलएमओ अमित चौधरी और जेईएन विशाल द्विवेदी पीपेरण के पास 15 जनवरी को एक रिसोर्ट में डिनर करने के लिए गये थे।
बताया जा रहा है कि वह सभी राइयांवाली बाइपास के पास वापस थर्मल कॉलोनी लौटने दौरान टॉयलेट करने के लिए रुके थे। इसी बीच एक तेज रफ्तार थार वहां आकर रूकी और उसमें सवार एक व्यक्ति ने उनसे पूछताछ करनी शुरू कर दी। थार में सवार एक व्यक्ति ने उनसे पूछा कि कौन हो और यहां कैसे खड़े हो। तब उन्होंने कहा कि वे थर्मल पावर प्लांट में इंजीनियर हैं और कॉलोनी में अपने घर जा रहे हैं। जिसके बाद सभी बदमाश गाड़ी से नीचे उतरे और लाठी, डंडों के साथ उन पर हमला कर दिया, जिससे घनश्याम अग्रवाल और नरेंद्रसिंह देवड़ा घायल हो गए।
इस हादसे के बाद पीड़ितों ने पुलिस को बताया कि हमले के दौरान वह किसी तरह अपनी जान बचाने के लिए वहां से भागे। वह भागते हुए अंधेरे में खेतों की तरफ जा पहुंचे। इसके बाद भी बदमाशों ने उनका पीछा करना बंद नहीं किया, लेकिन अंधेरा होने के कारण वह उन्हें पकड़ नहीं पाए। जिसके बाद उन्होंने अपने सीनियर्स और पुलिस को इस हमले की जानकारी दी। इसके बाद आरोपियों की गाड़ी का भी नंबर नोट किया। इसी के आधार पर पुलिस ने उनकी पहचान की। हालांकि, इस मामले में अब तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
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