Festivals of Sawan:सावन का महीना भोलेनाथ की पूजा के लिए शुभ माना जाता है। इस महीने को भगवान शिव का प्रिय महीना कहा जाता है। मान्यता है कि इस महीने में भोलेनाथ की पूजा और प्रार्थना करने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है और भोलेनाथ अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं। […]
Som Pradosh Vrat 2025 Shiv Parvati Puja Vidhi:हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित एक महत्वपूर्ण व्रत है। यह व्रत हर महीने के दोनों पक्षों (कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष) की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है। ‘प्रदोष’ शब्द का अर्थ है सूर्यास्त के बाद का वह समय जब रात […]
Shani Margi 2025: शनि जिसे हिंदू पौराणिक कथाओं में शनि के नाम से जाना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में शनि की गिनती सबसे शक्तिशाली ग्रहों में होती है। यह सबसे धीमी गती से चलता है। शनि एक राशि में करीब ढाई साल तक रहते हैं। ऐसे में इन्हें वापस एक राशि में आने में करीब […]
Jagannath Rath Yatra 2025: जगन्नाथ मंदिर से शुरू होने वाली भव्य रथ यात्रा जल्द ही शुरू होने वाली है। इस यात्रा में भाग लेने के लिए देश-विदेश से लोग यहां आते हैं। यह यात्रा हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि से शुरू होती है। जो इस साल 27 जून से होगी। इस […]
Garuda Purana: गरुड़ पुराण में प्रत्येक पाप के लिए अलग-अलग नरकों का वर्णन किया गया है, जिसमें यातनाएं, दंड और विभिन्न प्रकार के नरक लोक का वर्णन किया गया है। गरुड़ पुराण के अनुसार, व्यक्ति को उसके कर्मों के आधार पर स्वर्ग या नर्क में स्थान मिलता है और बुरे कर्म करने वालों को नर्क की […]
हिंदू धर्म में पूजा एक पवित्र अनुष्ठान है और इसकी समाप्ति पर की जाने वाली आरती इसका अभिन्न अंग मानी जाती है. आरती न केवल भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है बल्कि यह पूजा को पूर्णता प्रदान करने का एक आध्यात्मिक माध्यम भी है. यह भक्तों के हृदय में ईश्वर के प्रति प्रेम और कृतज्ञता को जागृत करती है.
Pope Francis Death: ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस के निधन पर भारत सरकार ने तीन दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है।
जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की आज जयंती हैं लिहाजा देश भर में कई तरह के कार्यक्रम हो रहे हैं. अहिंसा को सबसे बड़ा धर्म मानने वाले भगवान महावीर के विचार आज भी प्रासंगिक हैं जो आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं.
वर्ष 2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को शनि के नक्षत्र उत्तराभाद्रपद में घटित होगा। भारतीय समय अनुसार यह ग्रहण 29 मार्च के दोपहर में 2:20 से शुरू होगा और शाम 6:14 पर ख़तम होगा। भारत में यह सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देने वाला।
जब प्रेमानंद महाराज से पूछा गया कि महाराज जी कलियुग कैसा होगा? कैसे लोग होंगे? संत का जवाब सुनकर सभी हैरान रह गए। दरअसल प्रेमानंद महाराज ने कहा कि श्री सुखदेव जी कहते हैं कि परीक्षित काल बहुत शक्तिशाली है, कलियुग में वही महान माना जाएगा जिसके पास धन होगा।