Bihar Politics: नरेंद्र मोदी सरकार के 11 साल कार्यकाल पूरे होने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इकोनॉमिक टाइम्स के पत्रकारों से विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की थी। इस दरम्यान जब उनसे पूछा गया कि एनडीए का सीएम कैंडिडेट कौन है? उसके बाद अमित शाह ने अपने जवाब में कहा कि यह तो आने वाला समय ही तय करेगा कि बिहार का मुख्यमंत्री कौन होगा। लेकिन यह साफ है कि हम यह चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ेंगे। वहीं दूसरी ओर मीडिया में चर्चा शुरू हो गई है कि विधानसभा चुनाव से पहले अमित शाह ने एक बार फिर मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर सस्पेंस बढ़ा दिया है। हालांकि उन्होंने अपने जवाब में साफ कहा है कि चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा।
जानकारों की मानें तो अमित शाह के इस जवाब के बाद विपक्ष पूरी तरह से आक्रामक हो गया है। कांग्रेस प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने अमित शाह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि बिहार में बीजेपी का महाराष्ट्र प्लान पूरी तरह से तैयार है। बीजेपी नीतीश कुमार को बरगलाने की कोशिश कर रही है। असित नाथ तिवारी ने कहा है कि बीजेपी की तैयारी ऐसी है कि अगर वह सफल रही तो चुनाव के बाद जेडीयू का सफाया हो जाएगा। नीतीश कुमार का राजनीतिक अंत इतना दर्दनाक होगा, इसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। ध्यान रहे कि भाजपा और जदयू साथ मिलकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। सम्राट चौधरी से लेकर दिलीप जायसवाल तक सभी ने दावा किया है कि 2025 में नीतीश ही सीएम बनेंगे।
दो दिन पूर्व में अमित शाह ने इकोनॉमिक टाइम्स को इंटरव्यू दिया था। इसके बाद से ही राजनीतिक चर्चाओं का बाजार तेज हो गया है। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव के मुद्दे हमेशा जनता तय करती है। लेकिन हमारा मानना है कि बिहार की जनता के लिए विकास सबसे बड़ा मुद्दा है। इस मामले पर जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी ने साफ कहा है कि अमित शाह ने साफ कर दिया है कि आगामी चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार एनडीए का नेतृत्व नीतीश कुमार ही करेंगे। ध्यान रहे कि यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी अमित शाह ने एक इंटरव्यू में एनडीए के सीएम उम्मीदवार के सवाल पर गोलमोल जवाब दिया था।
अमित शाह ने कहा था कि वह पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता हैं। पार्टी के फैसले ऐसे मंच पर नहीं लिए जाते। पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक में इस पर विचार किया जाएगा और फिर कोई फैसला लिया जाएगा। अमित शाह के उस बयान के बाद भी राजनीतिक बवाल मचा था। कहा गया था कि बिहार में महाराष्ट्र मॉडल लागू किया जाएगा। जानकारों के अलावा विपक्ष भी कयास लगा रहा है कि नतीजों के बाद बीजेपी किसी और को मुख्यमंत्री बना सकती है। अमित शाह के उस बयान के बाद बीजेपी के स्थानीय नेताओं ने इस पर सफाई दी थी और मामला शांत हुआ था। अब एक बार फिर अमित शाह के बयान को अलग अंदाज में पेश किया जा रहा है।
इस पर जेडीयू की तरफ से अभी तक कोई अलग तरह की प्रतिक्रिया नहीं आई है। कांग्रेस और राजद के प्रवक्ता लगातार बयान दे रहे हैं। उनके बयान ऐसे हैं कि भाजपा और जेडीयू के बीच राजनीतिक दरार पड़ सकती है। हालांकि, पिछले बयान के बाद दिलीप जायसवाल ने सफाई दी थी कि 2025 में नीतीश कुमार ही बिहार के मुख्यमंत्री होंगे। पार्टी उनके चेहरे पर ही चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा पार्टी के दूसरे नेताओं ने भी अपने बयानों में नीतीश कुमार का समर्थन किया था।