नई दिल्ली: किसी भी समस्या का समाधान होता है और कभी-कभी यह समाधान लोगों को चौंका भी सकता है। ऐसी ही एक अनोखी घटना सामने आई है, जो लोगों के लिए आश्चर्यजनक और दिलचस्प हो सकती है। यह मामला बिहार के पूर्णिया जिले से जुड़ा है, जहां एक अनोखा पारिवारिक विवाद पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में सुलझाया गया।
एक व्यक्ति की दो पत्नियाँ थीं और सवाल यह था कि वह किसके साथ रहेगा? इस स्थिति से निपटने के लिए एक अनोखा समाधान निकाला गया, जिसे सभी पक्षों ने स्वीकार कर लिया। सप्ताह के सात दिनों को इस तरह बांटा गया पहली पत्नी के साथ तीन दिन, दूसरी पत्नी के साथ तीन दिन और एक दिन की छुट्टी, जो पति की इच्छा के अनुसार रहेगी। यह मामला पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा की देखरेख में संचालित पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में सामने आया, जहाँ कई अन्य दंपत्तियों की समस्याएँ भी सुलझाई जाती हैं।
इस मामले की शुरुआत तब हुई जब पहली पत्नी ने पुलिस से शिकायत की कि उसका पति उसे छोड़कर चला गया है और न तो उसके खर्चे उठा रहा है और न ही उसके बच्चे की शिक्षा का ध्यान रख रहा है। जांच में पता चला कि पति ने बिना तलाक लिए दूसरी शादी कर ली थी और यह बात पहली पत्नी से छिपाई थी।जब मामला परिवार परामर्श केंद्र पहुँचा, तो दोनों पत्नियों ने पति के साथ समय बिताने को लेकर बहस शुरू कर दी। अंततः, यह फैसला लिया गया कि पहली पत्नी के साथ पति चार दिन रहेगा और दूसरी पत्नी के साथ तीन दिन। लेकिन कुछ समय बाद, फिर से विवाद शुरू हो गया।
इसलिए अंतिम रूप से यह निर्णय लिया गया कि पति सप्ताह में तीन दिन पहली पत्नी के साथ, तीन दिन दूसरी पत्नी के साथ रहेगा और एक दिन उसकी स्वतंत्रता होगी। साथ ही, पहली पत्नी को हर महीने बच्चों की शिक्षा के लिए चार हजार रुपये भी दिए जाएंगे।
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