नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों के प्रत्याशी इस वक्त अपना नामांकन दाखिल कर रहे हैं। बुधवार को AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और सीएम आतिशी ने अपना पर्चा भरा।
इस बीच सत्ताधारी आम आदमी पार्टी बीच चुनाव में लगातार अपने प्रत्याशी बदल रही है। गुरुवार को AAP ने मटिया महल विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बदल दिया है। अब यहां से पार्टी ने आले मोहम्मद इकबाल को प्रत्याशी बनाया गया है। बता दें कि आले मोहम्मद इकबाल दिल्ली के पूर्व डिप्टी मेयर रह चुके हैं।
इससे पहले कल यानी बुधवार को भी आम आदमी पार्टी ने अपने दो प्रत्याशी बदल दिए थे। AAP ने नरेला और हरिनगर विधानसभा सीट पर नए प्रत्याशी घोषित किए। नरेला से शरद चौहान और हरिनगर से सुरेंद्र सेतिया को टिकट दिया गया है।
अब सवाल उठता है कि नामांकन की आखिरी तारीख खत्म होने से एक दिन पहले ऐसी क्या नौबत आ गई कि आम आदमी पार्टी को अपने प्रत्याशी बदलने पड़ रहे हैं? इस सवाल के जवाब में बताया जा रहा है कि इन सीटों पर प्रत्याशी मजबूती से चुनाव नहीं लड़ रहे थे। इसी वजह से अब पार्टी ने अपने उम्मीदवारों को बदलने का फैसला किया है।
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी पिछले 10 सालों से दिल्ली की सत्ता में है। 2015 के विधानसभा चुनाव में जहां AAP ने 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं 2020 के चुनाव में पार्टी को 70 में से 62 सीट पर जीत मिली। लेकिन इस बार कहा जा रहा है कि पार्टी की राह मुश्किल होने वाली है।
आम आदमी पार्टी के लिए यह चुनाव काफी मुश्किलों भरा बताया जा रहा है। AAP को सत्ता विरोधी लहर से बचने के लिए अपने 70% विधायकों का टिकट काटना पड़ रहा है। इसके साथ ही मनीष सिसोदिया जैसे दिग्गज नेता को अपनी सीट बदलनी पड़ी है।
दिल्ली चुनाव: बीजेपी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी, इन 40 लोगों की मिली जगह