मुंबई/नई दिल्ली। महाराष्ट्र की महायुति सरकार में खटपट की खबरें हैं। चर्चा है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। इस बीच डिप्टी सीएम शिंदे ने एक बड़ा फैसला ले लिया है, जिसकी चर्चा महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक हो रही है। दरअसल शिंदे ने मुख्यमंत्री रिलीफ फंड के जैसा एक मेडिकल सेल बना दिया है।
शिंदे के इस कदम पर विपक्ष ने सवाल खड़े कर दिए हैं। शिवसेना (UBT) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र में समानांतर सरकार चल रही है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो फिर महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता काफी ज्यादा बढ़ जाएगी।
वहीं नए मेडिकल सेल के प्रमुख और एकनाथ शिंदे के करीबी सहयोगी माने जाने वाले मंगेश चिवटे ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि यह कोई नहीं पहल नहीं है। चिवटे ने कहा कि जब शिंदे साहब सीएम थे, तब भी मैं मुख्यमंत्री राहत कोष के माध्यम से यही काम कर रहा था। हमने कई जरूरतमंद मरीजों की मदद की थी। अब हम वही काम नए सेल के जरिए करेंगे।
इस मामले पर उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का भी बयान आ गया है। शिंदे ने सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ किसी प्रकार का कोई मतभेद होने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि महायुति गठबंधन (बीजेपी-एनसीपी-शिवसेना) में सब कुछ अच्छा चल रहा है। उनके और देवेंद्र फडणवीस के बीच में कोई भी कोल्ड वॉर नहीं चल रही है।
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