महाराष्ट्र की राजनीति में लगातार उठापटक चल रही है. राज्य की देवेंद्र फडणवीस सरकार के पास बेशक बंपर बहुमत है लेकिन और पाने की चाहत ने सूबे की राजनीति में भूचाल ला दिया है. खबर है कि शरद पवार की एनसीपी के दो विधायकों जयंत पाटिल और उत्तम जानकर की सेवा में सरकारी अधिकारी रातों रात तैनात कर दिये गये हैं. खास बात यह कि एक दिन पहले आधी रात में जयंत पाटिल ने देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले से मुलाकात की थी और अगले ही दिन शरद पवार गुट के दो विधायकों को यह तोहफा मिल गया.
जो जानकारी महाराष्ट्र की राजनीति से आ रही है वो चौंकाने वाली है. देवेंद्र फडणवीस की अगुआई में महायुति सरकार अपनों से ज्यादा विपक्ष पर मेहरबान है. उन्हें सुविधाएं दे रही है और नजर रख रही है कि कौन सॉफ्ट टारगेट हो सकता है. पिछले दिनों पीएम मोदी एक कार्यक्रम में शरद पवार को पानी पिलाते नजर आये थे और अब खबर आ रही है कि पवार की पार्टी के दो विधायकों जयंत पाटिल और उत्तम जानकर की सेवा में सरकारी अधिकारी तैनात किये गये हैं. जयंत पाटिल के अधीन उद्योग, ऊर्जा और श्रम विभाग के सहायक सेल अधिकारी गौरव भोसले को नियुक्त किया गया है.
भोसले के अलावा औद्योगिक विभाग सेल अधिकारी संजय पाटिल भी जयंत पाटिल की सेवा में रहेंगे. इन दोनों अफसरों को वेतन सरकार से मिलेगा. शरद पवार की पार्टी से जुड़े और ईवीएम का विरोध करने वाले दूसरे विधायक उत्तम जानकर की सेवा में ग्रामीण विकास विभाग के एक अधिकारी को निजी सहायक के रूप में नियुक्त किया गया है. यह नियुक्ति अजित पवार की पार्टी एनसीपी के राज्य मंत्री इंद्रनील नाइक ने की है. ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या ये दोनों विधायक महायुति के संपर्क में हैं और शीघ्र ही वहां की राजनीति में बड़ा खेला होने वाला है. अभी इस पर कोई कुछ नहीं बोल रहा है लेकिन वहां की राजनीति की नब्ज समझने वाले बताते हैं कि इस सेवा के पीछे मकसद बड़ा है.
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