भोपाल. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का शुभारंभ करने पहुंचे थे. उनका काम करने का अपना अंदाज है और लोगों से अपने को कैसे कनेक्ट करना है यह भी वह बखूबी जानते हैं. मंच पर पहुंचती पीएम ने माफी मांगी और बताया कि किन वजहों से उन्हें आने में देर हुई.
पीएम मोदी ने वहां पहुंचते ही कहा कि आज मुझे यहां आने में देर हुई, इसके लिए मैं आप सबसे क्षमा चाहता हूं. ‘विलंब इसलिए हुआ क्योंकि कल जब मैं यहां पहुंचा तो एक बात ध्यान में आई कि आज 10वीं और 12वीं की परीक्षा है. उसका समय और मेरा राजभवन से निकलने का समय टकरा रहा था. मुझे लगा कि बच्चे अपने समय से परीक्षा केंद्र पर पहुंच जाएं इसलिए मैं थोड़ा बिलंब से निकला. मेरी सुरक्षा व्यवस्था की वजह से बच्चों को दिक्कत हो सकती थी इसलिए मैंने 10-20 मिनट की देरी कर दी. इसके लिए मैं आपसे क्षमा चाहता हूं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि एमपी जनसंख्या के लिहाज से भारत का पांचवां बड़ा राज्य है जबकि कृषि क्षेत्र के मामले में भारत टॉप राज्यों में शामिल है. मिनरल के क्षेत्र में भी टॉप 5 राज्यों में है. इस राज्य को जीवनदायनी मां नर्मदा का आशीर्वाद है. यहां पर हर वो संभावना है, जो इसे विकास के टॉप 5 पहुंचा सकता है. बीते दो दशकों में प्रदेश ने ट्रांसफॉर्मेशन का नया दौर देखा है और अपने को तेजी से बदला है.
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि दुनिया को भारत से बहुत सारी उम्मीदें हैं, इन उम्मीदों पर खरा उतरने की चुनौती है. चाहे सामान्य जन हों, नीतिगत जानकार, देश हों या फिर संस्थान पिछले कुछ हफ्तों में जो कमेंट आए हैं वो भारत के हर निवेशक का उत्साह बढ़ाने वाला है. विश्व बैंक ने कहा है भारत आने वाले सालों में ऐसे ही दुनिया की फास्टेस्ट ग्रोइंग इकॉनॉमी बना रहेगा जबकि यूएन की दूसरी संस्था ने भारत को सोलर पावर का सुपर पावर कहा है.
जहां कई देश सिर्फ बातें करते हैं, वहीं भारत नतीजे लाकर दिखाता है. पीएम ने आगे जोड़ा जहां कभी खराब सड़कों के कारण बसें तक नहीं चल पाती थीं, आज मध्य प्रदेश देश की ईवी क्रांति के लीडिंग स्टेट में से एक है. इससे बड़ी बात क्या हो सकती है कि जनवरी 2025 तक करीब दो लाख ईवी एमपी में रजिस्टर्ड हुए हैं ये करीब 90 फीसदी ग्रोथ है.
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