दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए पांच फरवरी को वोटिंग होगी और आठ फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे। इस बार आप हैट्रिक लगाएगी या भाजपा का सूखा खत्म होगा या कांग्रेस की होगी वापसी। क्यों खास है चुनाव?
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही राजधानी का सियासी पारा बढ़ चुका है। इस बीच पिछले 10 सालों से दिल्ली राज्य की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी ने अपना स्पेशल कैंपेन लॉन्च कर दिया है।
सीएम आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आज आगामी विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा की गई है। भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने मुझे तीन महीने में दूसरी बार मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकाल दिया है।
गिरफ्तारी के 15 घंटे के बाद बिना शर्त जमानत मिलने के बाद जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने सोमवार की शाम शेखपुरा हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने अनशन को लेकर बड़ा ऐलान किया। किशोर ने कहा कि मेरा अनशन जारी था, है और रहेगा।
2020 विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों की घोषणा 6 जनवरी को हुई थी। सभी 70 सीटों पर एक चरण में 8 फरवरी 2020 को वोटिंग हुई थी और नतीजों की घोषणा 11 फरवरी को हुई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने आज 70वीं बीपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा से जुड़ी एक याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया. कोर्ट ने याचिकाकर्ता को इस मामले को पटना हाई कोर्ट में ले जाने की सलाह दी है. इस याचिका पर मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना, न्यायमूर्ति संजय कुमार और न्यायमूर्ति केवी विश्वनाथन की पीठ ने सुनवाई की.
मंगलवार (जनवरी 07, 2025) को बिहार के कैमूर में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए बिना नाम लिए प्रशांत किशोर पर निशाना साधा। सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि कुछ लोगों ने राजनीति के नाम पर बीपीएससी आंदोलन को हाईजैक कर लिया है. इस घटना के कारण छात्रों पर एफआईआर दर्ज की गई, उन पर लाठीचार्ज किया गया और वे जेल गये।
दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को ख़त्म होने वाला है। साथ ही मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार 18 फरवरी को रिटायर हो जायेंगे। उससे पहले ही दिल्ली चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी, 5 फरवरी को वोटिंग होगी और नतीजे 8 फरवरी को आएंगे.
चुनाव आयोग आज दिल्ली में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है, इसके लिए वह 2 बजे प्रेस कांफ्रेस करेगा. दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को खत्म हो रहा है.
प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमारी कोशिश है कि हम ये मामला गांधी मैदान में ही निपटाएं। जब इसकी शुरूआत गांधी मैदान से हुई है तो फिर युवाओं की जिद है कि यही पर मामला खत्म हो।