महाराष्ट्र में नई सरकार का जो फॉर्मूला तय हुआ है, उसके तहत एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार वाली एनसीपी को डिप्टी सीएम का पद मिलेगा.
महाराष्ट्र में नई सरकार का जो फॉर्मूला तय हुआ है, उसके तहत एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार वाली एनसीपी को डिप्टी सीएम का पद दिया जाएगा.
फडणवीस का महाराष्ट्र सीएम बनना अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) पर निर्भर है. अगर संघ दबाव बढ़ाएगा तभी देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री की कुर्सी मिल सकती है.
यह लड़की अपनी जिंदगी के सबसे खास दिन यानी अपने निकाह के लिए तैयार थी, लेकिन उसकी खुशियां उस वक्त चकनाचूर हो गईं जब दूल्हे के पिता ने शादी से पहले ही बारात लाने से इनकार कर दिया. आइए आगे जानते हैं क्या है पूरा मामला.
पशुपति पारस ने कहा कि इस चांडाल की वजह से ही वे अपने बड़े भाई, जो भगवान के समान थे, को अंतिम समय में नहीं देख पाए। उन्होंने दावा किया कि उन्हें और उनके परिवार को बड़े भाई से मिलने नहीं दिया गया।
गृहमंत्री शाह ने शिंदे, फडणवीस और अजित पवार से बीती रात अलग-अलग मुद्दों पर बात की। तीनों से शाह ने कैबिनेट बंटवारे लेकर चर्चा हुई। विधायकों की संख्या के हिसाब से बीजेपी करीब 20 मंत्रालय अपने पास रखना चाहती है। वहीं, शिवसेना को मंत्रीपद मिलने की उम्मीद है।
प्रशांत विहार में धमाके वाली जगह पर NSG की फॉरेंसिक टीम ने सैंपल को अपने कब्जे में लिया. इस बार हुआ धमाका 20 अक्टूबर को हुए धमाके से मिला जुला धमाका था. ये ब्लास्ट भी पहले की तरह लो इंटेंसिटी का था. दोनों धमाके एक ही इलाके में हुए.
राजधानी दिल्ली के प्रशांत विहार इलाके में गुरुवार को बड़ा धमाका हुआ. केजरीवाल ने एक्स पर पोस्ट करते हुए गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा. अमित शाह जी, कृपया नींद से जागिए और जनता की जिम्मेदारी निभाइए।'
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को बड़ी जीत मिली है. वहीं महायुति ने 288 में से 230 सीटों पर जीत हासिल की है. बीजेपी ने 132 सीटें, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) ने 57 और एनसीपी (अजित पवार) ने 41 सीटें जीती हैं. वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) 46 सीटों पर सिमट गई। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद सोशल मीडिया पर एक क्लिप शेयर किया जा रहा है. वीडियो में लोगों की भारी भीड़ सड़क पर बैठकर विरोध प्रदर्शन करती नजर आ रही है. वीडियो में भीड़ को ईवीएम हटाओ, बैलेट पेपर लाओ जैसे नारे लगाते हुए सुना जा सकता है.
चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले हेमंत सोरेन ने मीडिया से बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज का दिन काफी ऐतिहासिक है. हम झारखंडवासियों की एकता ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है.