नई दिल्ली: कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी की रिलीज पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने विरोध जताते हुए रोक लगाने की मांग की है। इमरजेंसी फिल्म के विरोध के कारण अमृतसर के कई सिनेमाघरों के बाहर सिक्योरिटी के कड़े प्रबंध किए गए हैं। बताया जा रहा है कि शुक्रवार के दिन फिल्म इमरजेंसी के शो को अमृतसर के पीवीआर सिनेमा में कैंसिल कर दिया गया है। वहीं SGPC के प्रेजिडेंट हरजिंदर सिंह धामी ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को एक खत लिखकर फिल्म को पंजाब में बैन करने की मांग की है।
सांसद कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ के शुक्रवार को जारी करने पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखकर रोक लगाने की मांग की थी। फिल्म को लेकर उनका कहना है कि शुक्रवार को रिलीज होने वाली ‘इमरजेंसी’ फिल्म पंजाब के माहौल को खराब कर सकती है। एसजीपीसी के अधिकारी व कर्मचारी आज यानी शुक्रवार को सुबह-सुबह इमरजेंसी फिल्म की स्क्रीनिंग रोकने के लिए बस स्टैंड के समीप पीवीआर सूरज चंदा तारा के बाहर पहुंच गए। फिल्म इमरजेंसी के खिलाफ एसजीपीसी की अगुवाई में बस स्टैंड स्थित पीवीआर सिनेमा के समक्ष प्रदर्शन शुरू हो गया है।
हजारों की संख्या में कर्मचारी एवं सिख संगठनों के प्रतिनिधियों एसजीपीसी के सचिव प्रताप सिंह की अगुवाई में ‘इमरजेंसी’ पर रोक लगाने के लिए यहां धरने पर बैठे हैं। फिलहाल पीवीआर सिनेमा के मालिकों लोगों के विरोध-प्रदर्शन को देखने के बाद ‘इमरजेंसी’ फिल्म को आज रिलीज न करने का फैसला लिया है। कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’को लेकर प्रताप सिंह ने कहा कि-अगर फिल्म पर रोक नही लगी तो इससे प्रदेश का माहौल खराब होगा और यदि ऐसा हुआ तो इसकी जिम्मेदार पंजाब सरकार होगी। वहीं, एसीपी गगनदीप सिंह ने कहा है कि किसी को भी थिएटर के अंदर प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। एसजीपीसी एवं संगठनों को शांति से प्रदर्शन करने की इजाजत दी गई है। यहां भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। एसीपी ने कहा कि थिएटर मालिक ने आश्वासन दिया है कि फिल्म का प्रदर्शन नहीं किया जाएगा।
प्रताप सिंह ने विरोध जताते हुए कहा कि कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’किसी भी मॉल में रिलीज नहीं होने दी जाएगी। कई सिनेमाघरों में कर्मचारी एवं अधिकारीयों को भेजा गया है, ताकी वह फिल्म को किसी भी हाल में रिलीज ने होने दें। पीवीआर सिनेमा के मैनेजर ललित सिंह ने एसजीपीसी सचिव प्रताप सिंह को आश्वासन दिया है कि पीवीआर के किसी भी थिएटर में फिल्म रिलीज नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मैनेजमेंट ने बीते शाम ही यह फैसला ले लिया था।
बता दें कि ‘फिल्म इमरजेंसी को लेकर जगह जगह विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है। अमृतसर के SHO बलजिंदर सिंह औलख ने फिल्म को लेकर कहा है-इस फिल्म में सिख कैरेक्टर्स को गलत तरीके से दिखाया गया है। यही वजह है कि फिल्म पर हर जगह रोग लगाने का मांग की जा रही है। ऐसा हमेशा होता है कि सरकार अक्सर सिखों की भावनाओं के साथ खेलती है। यही कारण है कि हमने सरकार के समक्ष पहले ही इसे रिलीज न करने पर आपत्ति दर्ज कराई थी। हालांकि, पंजाब में फिल्म की रिलीज निर्धारित होने के कारण हमने डीसी को एक लेटर सौंपकर रिलीज रोकने का अनुरोध किया है।’
बलजिंदर सिंह औलख ने आगे कहा- हम यहां कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए हैं।’ सोशल मीडिया पर कई वीडियोज भी वायरल हो रहे हैं जिनमें सिख समुदाय के लोग सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं। फिल्म को लेकर अमृतसर के एक सिनेमा हॉल की गार्ड रेखा शर्मा ने बताया कि-‘मैं कारणों के बारे में श्योर नहीं हूं, लेकिन इस फिल्म (इमरजेंसी) की स्क्रीनिंग यहां (सिनेमा हॉल में) नहीं होगी।’
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