मुंबई : सैफ अली खान के घर में घुसकर उन पर हमला करने वाले संदिग्ध को हमलावर को रेलवे पुलिस फोर्स (आरपीएफ) ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्ति का नाम आकाश कैलाश कन्नौजिया है, जिसकी उम्र करीब 31 साल है। पुलिस ने इस व्यक्ति को उस समय पकड़ा जब वह ट्रेन में यात्रा कर रहा था. आरपीएफ ने शालीमार ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस की जनरल बोगी से उसे हिरासत में लिया गया है।
मुंबई पुलिस ने आरपीएफ को संदिग्ध का एक फोटो और फोन नंबर भेजा था, जिसके आधार पर आरपीएफ ने शालीमार ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस की जनरल बोगी से एक युवक को हिरासत में लिया। युवक मुंबई से बिलासपुर जा रहा था और जनरल बोगी में सफर कर रहा था।
आरपीएफ प्रभारी संजीव सिन्हा ने बताया कि मुंबई पुलिस द्वारा दुर्ग आरपीएफ को एक फोटो और फोन नंबर भेजा गया था। जब हमने मुंबई पुलिस द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर पर कॉल किया तो वह संदिग्ध शख्स के पास मौजूद मोबाइल की घंटी बज गई। उसने क्रीम कलर की शर्ट पहनी हुई थी और उसके पास एक फास्ट ट्रैक का बैग भी था जैसा सैफ के CCTV में कैद संदिग्ध युवक के पास था।
युवक ने दादर स्टेशन से हेडफोन खरीद छत्तीसगढ़ के लिए रवाना हुआ था। आरपीएफ प्रभारी के मुताबिक जब हमने युवक को हिरासत में लिया तब हमने मुंबई पुलिस को व्हाटएप कॉल कर उस संदिग्ध व्यक्ति का चेहरा दिखाया और मुंबई पुलिस द्वारा भेजे गये फोटो से मिलान किया.
युवक का नाम आकाश कैलाश कनौजिया है जो मुंबई का रहने वाला है। वह ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस में बैठकर बिलासपुर जा रहा था, जहां से युवक ने आरपीएफ को बताया है कि वह तिल्दा नेवरा में अपने परिचित के घर जा रहा था। आरपीएफ ने संदिग्ध की फोटो मुंबई पुलिस को भेजकर उसकी पहचान कर ली है। आरपीएफ ने अभी युवक से पूछताछ नहीं की है, मुंबई पुलिस उससे पूछताछ करने और मुंबई लाने के लिए रवाना हो गई है.
अस्पताल के डॉक्टरों ने शनिवार को बताया कि सैफ की तबीयत अब बेहतर है। वह आईसीयू से बाहर आ गये हैं और सामान्य आहार लेना शुरू कर दिया है। डॉक्टरों के मुताबिक सैफ को पूरी तरह ठीक होने में समय लगेगा, लेकिन उनकी हालत स्थिर है और वह अपने स्वास्थ्य में सुधार महसूस कर रहे हैं।
बुधवार देर रात अभिनेता पर उनके बांद्रा स्थित घर में एक अजनबी ने हमला किया था, जिसमें सैफ को गर्दन और रीढ़ के पास चाकू से कई गंभीर चोटें आई थीं। इस हमले के बाद उन्हें तुरंत लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी इमरजेंसी सर्जरी करनी पड़ी।
अस्पताल से नहीं मिली छुट्टी
लीलावती अस्पताल के न्यूरोसर्जन डॉ. नितिन डांगे के मुताबिक “हम उनके स्वास्थ्य पर नजर रख रहे हैं। हमारी उम्मीदों के मुताबिक उनमें काफी सुधार हो रहा है। हमने उन्हें आराम करने की सलाह दी है। अगर उन्हें आराम महसूस होता है तो हम उन्हें दो से तीन दिन में छुट्टी दे सकते हैं।” डॉ. डांगे ने यह भी बताया कि डॉक्टरों की एक टीम ने उनकी जांच की और उन्हें चलने के लिए प्रोत्साहित किया।
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