आज पूरा देश विनायक चतुर्थी मना रहा है। यह दिन भगवान विनायक को समर्पित होता है। जानें इस दिन का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।
होली का मतलब हर किसी के लिए रंग गुलाल और खुशी होती है. शादी के बाद होली बहुत खास मौका होता है जब नवविवाहिता अपने पति और नए परिवार के साथ होती है लेकिन वह पहली होली ससुराल में नहीं मायके में मनाती है. आइये जानते हैं इसके पीछे क्या है मान्यता?
होली का त्योहार हर साल फाल्गुन पूर्णिमा को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. क्या आपको भी गब्बर की तरह होली को लेकर कन्फ्यूजन है ? तो आज और अभी ही दूर हो जाएगा ...
उदयपुर में होली का त्यौहार शाही अंदाज में मनाया जाता है। खासकर सिटी पैलेस में आयोजित "होलिका दहन" समारोह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होता है। पूर्व राजपरिवार के सदस्य पारंपरिक वेशभूषा में इस कार्यक्रम में भाग लेते हैं, जिससे यह आयोजन बेहद भव्य और ऐतिहासिक बन जाता है।
महाशिवरात्रि के इस शुभ दिन पर भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह दिन भक्तों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इस दिन व्रत और रात्रि जागरण करने से सभी पापों का नाश होता है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
देशभर में आज महाशिवरात्रि का पर्व हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। यह पावन दिन भगवान शिव और माता पार्वती के दिव्य मिलन का प्रतीक माना जाता है। शिव भक्त इस अवसर पर व्रत रखते हैं, रात्रि जागरण करते हैं और मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना करते हैं।
आज पूरे देश में मकर संक्रांति का पावन पर्व बड़ी धूम-धाम से मनाया जा रहा है। मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश में करते हैं। इसके साथ ही यह त्योहार नए आरंभ और समृद्धि का संदेश देता है। इस साल भी मकर संक्रांति बड़े धूमधाम से मानाई जा रही है।
मकर संक्रांति हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जिसे सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। मकर संक्रांति सामान्यत: 14 जनवरी को मनाई जाती है, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि.
पूरे देश में मकर संक्रांति का त्योहार बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। मकर संक्रांति पर स्नान-दान का भी काफी महत्व है। घर-घर में मकर संक्रांति के त्योहार की सारी तैयारी हो चुकी हैं। इस साल की मकर संक्रांति पर 19 वर्ष बाद काफी दुर्लभ संयोग बन रहा है।
इस वर्ष मकर संक्रांति का पावन पर्व 15 जनवरी को मनाया जा रहा है। इस दिन जप, तप और दान का विशेष महत्व है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, सूर्य देव और शनि देव के संबंध तनावपूर्ण थे। इसका कारण सूर्य देव का शनि की माता छाया के प्रति कठोर व्यवहार था।