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क्या पृथ्वी कभी धधकता हुआ आग का गोला थी? जाने पृथ्वी का निर्माण कैसे हुआ?

नई दिल्ली: पृथ्वी के जन्म को लेकर बहुत सारे सवाल होते हैं लेकिन क्या सच में अरबों साल पहले पृथ्वी आग का गोला थी और वहीं से पृथ्वी पर जीवन की शुरुआत हुई थी। पृथ्वी की उत्पत्ति कैसे हुई, इंसान कैसे आए, पृथ्वी पर ऑक्सीजन कहां से आया? क्या आपके भी दिमाग में इस तरह […]

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  • Last Updated: August 4, 2024 14:20:14 IST

नई दिल्ली: पृथ्वी के जन्म को लेकर बहुत सारे सवाल होते हैं लेकिन क्या सच में अरबों साल पहले पृथ्वी आग का गोला थी और वहीं से पृथ्वी पर जीवन की शुरुआत हुई थी। पृथ्वी की उत्पत्ति कैसे हुई, इंसान कैसे आए, पृथ्वी पर ऑक्सीजन कहां से आया? क्या आपके भी दिमाग में इस तरह के सवाल आते हैं? आज भी वैज्ञानिक इन सवालों के जवाब ढूंढ रहे हैं।

पृथ्वी पर जीवन कैसे शुरू हुआ

अबतक कि रिसर्च में पाया गया है कि करीब 4.6 अरब साल पहले एक धमाकेदार विस्फोट हुआ था जिसके नतीजे में पृथ्वी और अन्य ग्रहों का उत्पत्ति हुई थी। उस वक्त पृथ्वी आग के एक गोले के समान थी, जो धीरे-धीरे ठंडी होती गई और फिर यहां पर जीवन की उत्पत्ति हुई। अब सवाल है कि जीवन के लिए पानी और ऑक्सीजन कहां से आया था? NASA ने अपने रिसर्च में बताया कि अरबों साल पहले धरती से बड़ी संख्या में लगातार अंतरिक्ष की चट्टानें टकराती थी। ये चट्टान कुछ और नहीं बल्कि क्षुद्रग्रह और पुच्छल तारे थे। इन क्षुद्रग्रहों और पुच्छल तारों ने धरती पर वायुमंडल का निर्माण किया और उसमें ऑक्सीजन भरा था।

एक रिपोर्ट के अनुसार करीब 4.6 अरब साल पहले धरती का निर्माण हुआ था, उस वक्त धरती में कोई वायुमंडल नहीं था। जैसे-जैसे पृथ्वी की सतह ठंडी होती गई, वैसे-वैसे वायुमंडल का निर्माण होता चला गया। लेकिन शुरुआत में इस वायुमंडल में मुख्य रूप से कार्बन डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन गैस हुआ करती थी।

पृथ्वी पर ऑक्सीजन कहां से आया

जीवन जीने के लिए ऑक्सीजन और पानी की जरूरत होती है, लेकिन पहले तो पृथ्वी पर सिर्फ कार्बन डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन गैस थी। हजारों सालों पहले अचानक से धरती पर बड़ा परिवर्तन हुआ था और जिसने पूरी पृथ्वी की केमिस्ट्री बदल डाली थी। इस वजह से यहां ऑक्सीजन की मात्रा काफी बढ़ गई थी, साइंस में इस प्रक्रिया को Great Oxidation Event (GOE) के नाम से जाना जाता है। वायुमंडल में ऑक्सीजन न हो तो पूरी सृष्टि खत्म हो सकती है।

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