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भगवान शिव की प्रार्थना करने से कब होगा उद्धार

भगवान शिव अनादि व अनन्त हैं अर्थात न तो कोई भगवान शिव के प्रारंभ के बारे में जानता है और न ही कोई अंत के बारे में. इसलिए इन्हें अजन्मा और अनश्वर भी कहते हैं. धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान शिव सिर्फ एक लोटा जल चढ़ाने से भी प्रसन्न हो जाते हैं

गुडलक गुरु पवन सिन्हा, pawan sinha
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  • Last Updated: December 14, 2015 08:16:24 IST
नई दिल्ली. भगवान शिव अनादि व अनन्त हैं अर्थात न तो कोई भगवान शिव के प्रारंभ के बारे में जानता है और न ही कोई अंत के बारे में. इसलिए इन्हें अजन्मा और अनश्वर भी कहते हैं. धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान शिव सिर्फ एक लोटा जल चढ़ाने से भी प्रसन्न हो जाते हैं. वो बहुत भोले हैं. आप उनसे प्यार से कुछ भी कहें वो इतने भोले हैं कि वो आप हरेक बात मान लेंगें.
 
संतान प्राप्ती के लिए आप सावन में स्फटीक या पारद के शिवलिंग स्थापित करें, इसके बाद पती-पत्नी एक साथ गाय के दूध से अभिषेक करें. आप दोनों नम: शिवाय मंत्र की पांच बार माला का जाप करें और ये आपको पूरा सावन करना है. ये आपके लिए लाभदायक होगा, आपको संतान प्राप्ती अवश्य होगी. इंडिया न्यूज के खास शो गुडलक गुरु में आध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा बताएंगे अगर आपके काम रुक रहा हैं या फिर कोई रोक रहा है तो इसके लिए आप क्या उपाय करें.
 
वीडियो में देंखे पूरा शो:
 

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