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गुरु पर्व: ज्योतिर्लिंगों में क्यों सफल होती है पूजा?

जब मंदिर नहीं होते थे तब भी भगवान शिव की उपासना होती थी, तब भी शिवलिंग बनाकर उपासना की जाती थी. मोहनजोदड़ो सभ्यता में जो अवशेष मिले हैं, उसमें भी शिवलिंग मिले हैं.

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  • Last Updated: March 20, 2017 03:53:30 IST
नई दिल्ली : जब मंदिर नहीं होते थे तब भी भगवान शिव की उपासना होती थी, तब भी शिवलिंग बनाकर उपासना की जाती थी. मोहनजोदड़ो सभ्यता में जो अवशेष मिले हैं, उसमें भी शिवलिंग मिले हैं.
 
हड़प्पा और मोहनजोदड़ो सभ्यता के समय में भी गले में शिवलिंग पहना जाता था. शिवलिंग की उपासना बहुत ही पहले से की जा रही है. सृष्टी के उद्भव से ही शिव जी की उपासना शिवलिंग के रूप में हो रही है.
 
 
ज्योतिर्लिंग की पूजा करने से मनचाही मुराद पूरी होती है, लेकिन ऐसा है क्या ज्योतिर्लिंग में जिससे मुराद पूरी होती है, कैसे ज्योतिर्लिंग की पूजा से आपको मोझ की प्राप्ती होती है. आखिर ज्योतिर्लिंग होते क्या हैं. बताएंगे आध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा इंडिया न्यूज़ के खास कार्यक्रम गुरु पर्व में.

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