मनुष्य के लिए सबसे बड़ा धन पैसा नहीं है. बल्कि अच्छा स्वास्थ्य मनुष्य का सबसे बड़ा धन है. अगर आपका स्वास्थ्य अच्छा होगा तो आप भी खुश रहेंगे और हर काम में आपका मन भी लगेगा.
केवड़ा सुगंधित फूलों वाले वृक्षों की एक प्रजाति है. जो घने जंगलों में पाए जाते है. पतले, लंबे, घने और कांटेदार पत्तों वाले पेड़ की दो प्रजातियां है. सफेद और पीली सफेद जाति को केवड़ा और पीली को केतकी कहते हैं. केतकी बहुत सुगंन्धित होती है और उसके पत्ते कोमल होते हैं. इसमें जनवरी और फरवरी में फूल लगते हैं. इसके वृक्ष गंगा नदी के सुन्दरवन डेल्टा में बहुतायत से पाए जाते हैं.
हिंदू समाज में लड़के और लड़कियों की कुंडली मिलाते समय मांगलिक दोष पर अधिक जोर दिया जाता है. यधपि लड़के के पिता इस बात से विशेष चिन्तित नहीं होते. किंतु लड़की के माता-पिता केवल यह सुनकर ही चिंता में पड़ जाते हैं,
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर धातु में करिश्माई शक्तियां होती है. धातु अगर सही समय में और ग्रहों की सही स्थिति को देखकर धारण किये जाएं तो इनका सकारात्मक प्रभाव प्राप्त होता है अन्यथा धातु विपरीत प्रभाव भी देते हैं.
हम लोग कुछ न कुछ गहने तो पहनते हैं. जो भी हम गहने पहनते हैं वह काफी अहम होते हैं. गलत धातु हमें नुकसान भी पहुंचाते हैं. ये जानना भी जरूरी है कि सोना और चांदी हमें नुकसान पहुंचाते हैं या फायदा.
नई दिल्ली. भगवान हनुमान कलियुग के प्रधान देवताओं में शुमार होते हैं. धर्म शास्त्रों के अनुसार हनुमानजी ही कलियुग में जीवंत देवता है जो अपने भक्तों के हर कष्टों को दूर करते हैं और उनकी मनोकामना पूरी करते हैं. आज के समय में हनुमानजी सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले देवी-देवताओं में से एक हैं. […]
इंसान का सिग्नेचर उसकी मन की स्थिति बताता है. हस्ताक्षर व्यवहार का आइना है. हस्ताक्षर या लिखावट का सीधा संबंध हमारी सोच से होता है यानी हम जो सोचते हैं, करते हैं, जो व्यवहार में लाते हैं, वह सब कागज पर अपनी लिखावट व हस्ताक्षर के द्वारा प्रदर्शित भी होता है.
सर्दियों की तरह गर्मियां भी मौसमी बीमारियों के साथ आती हैं. गर्मी में होने वाली गर्मी से थकावट, लू लगना, पानी की कमी, फूड पॉयजनिंग आम बीमारियां हैं. अगर हम कुछ सावधानियां बरतें तो इन बीमारियों से बचा जा सकता है.
पुराण में वर्णित एक कथा के अनुसार एकबार एक असुर, जिसका नाम मायिल-रावण था, भगवान विष्णु का चक्र ही चुरा ले गया. जब आंजनेय हनुमान जी को यह ज्ञात हुआ तो उनके हृदय में सुदर्शन चक्र को वापस लाकर विष्णु जी को सौंपने की इच्छा जाग्रत हुई
हिंदू धर्म में रामनवमी का बहुत अधिक महत्व है, यह चैत्र और शारदीय नवरात्र के नौवें दिन बड़ी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है. इस दिन पूजा-पाठ, दान-पुण्य का अधिक महत्व होता है. कई लोग नवरात्र में व्रत रखते है वो रामनवमी के दिन ही अपना व्रत पूजा-पाठ, उद्यापन कराने के बाद तोडते है. इस साल की सालों बाद इतना अच्छा योग भी बन रहा है. इस बार बुधादित्य नाम का विशेष योग बना. जो कि खास मुहूर्त है.