नई दिल्ली। महिलाओं में होने वाले कैंसर में बड़ी संख्या में ब्रेस्ट कैंसर के मामले सामने आते हैं. कई बार तो स्थिति ऐसी तक बन जाती है कि दोनों ब्रेस्ट को हटाना पड़ जाता है. किसी भी महिला के लिए इस सच को स्वीकारना कितना पीड़ादायक हो सकता है, यह हम सभी समझ सकते हैं. हालांकि जिस तेजी के साथ हमारी लाइफस्टाइल और खान-पान में चेंज हुआ है. इस तरह की बीमारियों को बढ़ाने में वो एक बहुत बड़ा फैक्टर है. जानें, उन तरीकों को बारे में जिन्हें अपनाकर हर महिला ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम कर सकती है.
डरने के लिए नहीं बल्कि जागरूक रहने के लिए आपको अपने परिवार की हेल्थ हिस्ट्री जरुर पता होनी चाहिए जिससे पूरी सावधानी को बरतते हुए जानलेवा बीमारियों से खुद को और अपनी फैमिली को बचाया जा सके. कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी में अगर पारिवारिक इतिहास होता तो इस बात की संभावना काफी बढ़ जाती है कि आने वाले समय में किसी और को यह रोग अपनी चपेट में ले सकता है इसलिए ऐसे में बचाव जरूरी है.
आमतौर पर लोग इस बात को मानते नहीं हैं लेकिन बॉडी पर बढ़ रहा गैरजरूरी फैट भी कैंसर की एक बड़ा कारण बन रहा है. खासतौर पर मेनोपॉज के बाद वजन बढ़ना और शारीरिक बदलाव होना, महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर की समस्या को ट्रिगर कर सकता है. इसलिए अपने रुटीन और बॉडी को मेंटेन रखें.
स्मोकिंग किसी भी महिला या पुरुष को नहीं करनी चाहिए क्योंकि यह एक जानलेवा लत है. लेकिन आमतौर पर जब भी महिलाओं के स्मोकिंग छोड़ने के मुद्दे पर जोर दिया जाता है तो कुछ मुट्ठीभर लोग नारी शक्ति के नाम पर विरोध का झंडा बुलंद करने लगते हैं. स्मोकिंग छोड़ने की सलाह की वजह आपका महिला होना नहीं बल्कि आपकी शारीरिक संरचना है. जो महिलाएं स्मोकिंग और एल्कोहॉल का अक्सर सेवन करती हैं, उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है.
सोने और जागने के टाइम को निर्धारित रखते हुए आप अपनी डेली डायट में फाइबर को ज्यादा मात्रा में शामिल करें.आप एक दिन में जो भी चीजें खाती हैं, उसका 30 प्रतिशत फाइबर होना चाहिए. इससे कैंसर का खतरा काफी कम होता है.