नई दिल्ली : देश में दिल से जुडी बीमारियों का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है. जहां हाल ही के वर्षों में कई सुपर स्टार्स ने भी अपनी जान गंवाई है. ऐसे में आपको जरूरत है उन संकेतों को समझने की जो हमारा शरीर हमें दिल की बीमारी के समय देता है. एक्सपर्ट्स की मानें तो दिल की बीमारी अन्य बीमारियों की तरह ही धीरे-धीरे हमारे शरीर में घर करती है. इससे पहले कई बार आपका शरीर आपको संकेत देता है. यदि इन संकेतों को पहचान लिया जाए तो इसका सही समय पर इलाज किया जा सकता है. आज हम आपको इन संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं.
आमतौर पर एक इंसान के दिल की सेहत को इजेक्शन फ्रैक्शन के द्वारा मापा जाता है. एक सामान्य इजेक्शन फ्रैक्शन 55 से लेकर 60 प्रतिशत तक होता है, जिसका मतलब है कि आपके दिल में जिस भी स्तर पर ब्लड फ्लो हो रहा है उसका 55 से 60 प्रतिशत आसानी से बाहर पंप हो रहा है. सामान्य तौर पर इसे एक काम करने वाला स्वस्थ दिल कहा जाता है.
यदि आपका दिल कमजोर या बीमार होने लगता है तो आपको दिल का दौरा भी पड़ सकता है. ऐसे में यदि आपको कोई वॉलवुलर डिसीज होती है तो आपके दिल का इजेक्शन फ्रैक्शन कम हो जाता है. दिल के किसी मरीज का इजेक्शन फ्रैक्शन 30 प्रतिशत तक गिर सकता है. इसका मतलब ये है कि आपका दिल सही तरीके से रक्त का प्रवाह नहीं कर पा रहा है. आगे चलकर ये समस्या गहरा सकती है. यही कारण होता है किसी भी व्यक्ति के हार्ट अटैक आने का. इजेक्शन फ्रैक्शन जितना कम होगा, उतना ही हार्ट फेल्योर और कार्डियर अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है.
ऐसे में आपको अपनी सेहत को लेकर और भी अधिक जागरूक होने की जरूरत है. जहां अगर कोई व्यक्ति अपने खान-पान, मोटापे, व्यायाम, आलस या शारीरिक हरकतों पर ध्यान दे तो वह इस समस्या से बच सकता है. लेकिन आपका इजेक्शन फ्रैक्शन कम है तो आपको जल्द से जल्द अपने स्वास्थ्य चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए.