Stomach Cleasing Remedies: सुबह पेट साफ न होना एक आम लेकिन गंभीर परेशानी बनती जा रही है। दिन की शुरुआत जब भारीपन, गैस या चिड़चिड़ाहट से हो, तो पूरा दिन प्रभावित होता है। यह समस्या अक्सर खराब जीवनशैली, खानपान की गड़बड़ी और पानी की कमी से जुड़ी होती है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि रात को सोने से पहले कुछ आसान और घरेलू उपाय अपनाकर इसे जड़ से खत्म किया जा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, कब्ज यानी कॉन्स्टिपेशन एक ऐसा विकार है जो लंबे समय तक नजरअंदाज करने पर गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है। इसके मुख्य कारणों में अनियमित भोजन, तली-भुनी चीजों का सेवन, शारीरिक गतिविधि की कमी, मानसिक तनाव और पर्याप्त पानी न पीना शामिल हैं।
आयुर्वेद और घरेलू चिकित्सा पद्धति में ऐसे कई उपाय मौजूद हैं, जो पाचन तंत्र को सक्रिय करके आंतों की सफाई करते हैं। सबसे कारगर उपायों में गुनगुना नींबू पानी शामिल है। रात को सोने से पहले एक गिलास हल्का गर्म पानी लें, उसमें आधा नींबू निचोड़ें और थोड़ा शहद या नमक मिलाएं। यह मिश्रण न केवल पेट को साफ करता है, बल्कि मेटाबॉलिज्म भी सुधारता है।
इसके अलावा त्रिफला चूर्ण भी बेहद प्रभावी माना गया है। रात को एक से दो चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी में मिलाकर पीने से कब्ज की समस्या काफी हद तक कम हो जाती है। त्रिफला तीन फलों से बना होता है और आंतों को प्राकृतिक रूप से डिटॉक्स करता है।
अगर किसी को रोजाना मल त्याग में कठिनाई हो रही हो, तो इसबगोल की भूसी भी एक असरदार विकल्प है। एक गिलास दूध या गुनगुने पानी में 1-2 चम्मच इसबगोल मिलाकर पीने से मल मुलायम हो जाता है और पेट आसानी से साफ हो जाता है।
पेट के गैस और अपच में राहत देने वाला अजवाइन-सौंफ का पानी भी रात के समय लाभकारी होता है। एक गिलास पानी में अजवाइन और सौंफ को उबालकर पीने से पेट हल्का रहता है और गैस की समस्या दूर होती है।
यदि आप देसी तरीका अपनाना चाहते हैं तो गर्म दूध में एक चम्मच देसी घी मिलाकर पीना भी बेहद फायदेमंद होता है। यह आंतों को चिकनाई देता है और कब्ज को आसानी से बाहर निकालने में मदद करता है।
घरेलू उपायों के साथ ही जीवनशैली में बदलाव भी जरूरी है। फाइबर युक्त भोजन जैसे पपीता, ओट्स, पालक, गाजर और अमरूद का सेवन कब्ज को कम करता है। दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए और रोजाना 30 मिनट की सैर या हल्की एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए। मानसिक तनाव को कम करने के लिए योग और ध्यान भी पाचन में मददगार होते हैं।
Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इन खबर इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।