Inkhabar
  • होम
  • खबर जरा हटकर
  • एलपीजी सिलेंडर से ज्यादा खतरनाक ऑक्सीजन , जानें इसके मुख्य कारण

एलपीजी सिलेंडर से ज्यादा खतरनाक ऑक्सीजन , जानें इसके मुख्य कारण

नई दिल्ली : आए दिन ऑक्सीजन सिलेंडर फटने की घटना सामने आती रहती है। इस बीच ताज़ा मामला बुलंदशहर में सोमवार रात 8 बजे एक घर में ऑक्सीजन सिलेंडर फट गया। इस धमाके की वजह से एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत हो गई। दरअसल, जिस घर में ऑक्सीजन सिलेंडर फटा, वहां एक […]

oxygen cylinder blast
inkhbar News
  • Last Updated: October 23, 2024 21:07:54 IST

नई दिल्ली : आए दिन ऑक्सीजन सिलेंडर फटने की घटना सामने आती रहती है। इस बीच ताज़ा मामला बुलंदशहर में सोमवार रात 8 बजे एक घर में ऑक्सीजन सिलेंडर फट गया। इस धमाके की वजह से एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत हो गई। दरअसल, जिस घर में ऑक्सीजन सिलेंडर फटा, वहां एक महिला की तबीयत खराब थी और उसके लिए घर में ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की गई थी। आइए आज जानते है कि एलपीजी सिलेंडर ज्यादा खतरनाक है या ऑक्सीजन सिलेंडर ?

एलपीजी सिलेंडर

 

एलपीजी और ऑक्सीजन दोनों ही गैस हैं, लेकिन इनके इस्तेमाल और स्टोरेज में काफी अंतर है। विस्फोट की स्थिति में एलपीजी और ऑक्सीजन दोनों ही सिलेंडर खतरनाक हो सकते हैं। एलपीजी सिलेंडर की बात करें तो इसमें मुख्य रूप से प्रोपेन और ब्यूटेन का मिश्रण होता है।

 

जिसकी वजह से यह एक दहनशील गैस बन जाती है। यानी अगर यह हवा में है तो किसी चिंगारी या लौ के संपर्क में आते ही ब्लास्ट हो सकता है। जब एलपीजी फटती है तो इससे बड़े पैमाने पर आग और भीषण गर्मी पैदा होती है। इसकी चपेट में आने से लोग गंभीर रूप से घायल हो सकते हैं या उनकी मौत हो सकती है।

ऑक्सीजन सिलेंडर

एलपीजी जहां चिंगारी के संपर्क में आने पर आग पकड़ती है, वहीं ऑक्सीजन एक ऐसी गैस है जो जलन को बढ़ाने में मदद करती है। यानी अगर आग लग जाए और उसमें ऑक्सीजन मिल जाए तो यह भयानक हो सकती है। ऑक्सीजन आग के तापमान को इतना बढ़ा सकती है कि पत्थर भी पिघल सकते हैं। यही वजह है कि ऑक्सीजन का ब्लास्ट एलपीजी से ज्यादा खतरनाक है।

हालांकि, यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि एलपीजी जहां चिंगारी से ब्लास्ट कर सकती है, वहीं ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ ऐसा नहीं होता। ऑक्सीजन सिलेंडर तब खतरनाक होता है जब वह आग या ज्वलनशील पदार्थों के संपर्क में आता है। ऐसा होते ही ऑक्सीजन सिलेंडर खतरनाक हो जाता है। यही वजह है कि जब ऑक्सीजन सिलेंडर को कहीं रखा जाता है तो कई बातों का ध्यान रखा जाता है। इसके अलावा एलपीजी के मुकाबले इसे लाने और ले जाने में भी ज्यादा सावधानी बरती जाती है।

 

यह भी पढ़ें :-