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जानिए कच्चा अंड़ा खाने से शरीर पर किस तरह के पड़ते हैं प्रभाव, अच्छा है या बुरा?

नई दिल्ली: कच्चे अंडे का सेवन कई लोगों के बीच एक आम आदत है, खासकर फिटनेस प्रेमियों के बीच। माना जाता है कि कच्चे अंडे प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत हैं और शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान कर सकते हैं। लेकिन, इसके फायदे और नुकसान दोनों हैं, जिनके बारे में जानना बहुत जरूरी है। कच्चे […]

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  • Last Updated: August 30, 2024 08:52:40 IST

नई दिल्ली: कच्चे अंडे का सेवन कई लोगों के बीच एक आम आदत है, खासकर फिटनेस प्रेमियों के बीच। माना जाता है कि कच्चे अंडे प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत हैं और शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान कर सकते हैं। लेकिन, इसके फायदे और नुकसान दोनों हैं, जिनके बारे में जानना बहुत जरूरी है। कच्चे अंडे का सेवन अक्सर सेहतमंद समझा जाता है, खासकर उन लोगों के बीच जो बॉडी बिल्डिंग या फिटनेस के शौकीन होते हैं। लेकिन क्या वाकई कच्चे अंडे खाना सेहत के लिए फायदेमंद है, या इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं? आइए, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।

कच्चे अंडे के फायदे

1. प्रोटीन का अच्छा स्रोत: कच्चे अंडे में उच्च मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, जो शरीर की मांसपेशियों के विकास में सहायक होता है। जो लोग अपने प्रोटीन इनटेक को बढ़ाना चाहते हैं, उनके लिए कच्चे अंडे एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं।

2. विटामिन और मिनरल्स: कच्चे अंडे में विटामिन ए, विटामिन बी12, और फोलेट जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और सेहत को अच्छा बनाए रखते हैं।

3. ऑमेगा-3 फैटी एसिड: कुछ अंडों में प्राकृतिक रूप से ऑमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छे माने जाते हैं।

कच्चे अंडे के नुकसान

1. संक्रमण का खतरा: कच्चे अंडे खाने से सैल्मोनेला बैक्टीरिया के संक्रमण का खतरा होता है। यह एक प्रकार का बैक्टीरिया है जो फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकता है। इसके लक्षणों में पेट दर्द, दस्त, उल्टी, और बुखार शामिल हैं। यह संक्रमण खासकर बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है।

2. बायोटिन की कमी: कच्चे अंडे के सफेद भाग में एविडिन नामक प्रोटीन होता है, जो बायोटिन (विटामिन बी7) को अवशोषित करने से रोकता है। बायोटिन की कमी से त्वचा और बालों से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।

3. पोषक तत्वों का अवशोषण कम होना: कच्चे अंडे के मुकाबले पकाए गए अंडे का प्रोटीन और अन्य पोषक तत्व शरीर में आसानी से अवशोषित होते हैं। पकाने से अंडे का प्रोटीन शरीर के लिए अधिक योग्य हो जाता है।

3. अधिक सेवन से एलर्जी का खतरा: कुछ लोगों को अंडे से एलर्जी होती है, और कच्चे अंडे का सेवन करने से एलर्जी के लक्षण जैसे कि त्वचा पर चकत्ते, सांस लेने में कठिनाई, और यहां तक कि गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया हो सकते हैं।

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