Inkhabar
  • होम
  • life style
  • ब्रेड का पैकेट खरीदते समय जरूर पढ़े ये जानकारी, लिखी हों ये बातें तो बिल्कुल ना खाएं

ब्रेड का पैकेट खरीदते समय जरूर पढ़े ये जानकारी, लिखी हों ये बातें तो बिल्कुल ना खाएं

नई दिल्ली: ब्रेड का उपयोग आजकल हर घर में बहुत ही आम हो गया है। सुबह के नाश्ते से लेकर स्नैक्स तक, ब्रेड को विभिन्न रूपों में खाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ब्रेड के पैकेट पर कुछ ऐसी जानकारियां भी होती हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना सेहत के लिए भारी नुकसानदायक हो […]

Inkhabar
inkhbar News
  • Last Updated: August 27, 2024 12:57:13 IST

नई दिल्ली: ब्रेड का उपयोग आजकल हर घर में बहुत ही आम हो गया है। सुबह के नाश्ते से लेकर स्नैक्स तक, ब्रेड को विभिन्न रूपों में खाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ब्रेड के पैकेट पर कुछ ऐसी जानकारियां भी होती हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना सेहत के लिए भारी नुकसानदायक हो सकता है? अगर आप ब्रेड खरीदते समय पैकेट पर लिखी इन बातों पर ध्यान नहीं देते, तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

1. ब्रेड में प्रिजर्वेटिव्स का इस्तेमाल

ब्रेड के लंबे समय तक खराब न होने के लिए इसमें प्रिजर्वेटिव्स का इस्तेमाल किया जाता है। प्रिजर्वेटिव्स ब्रेड को लंबे समय तक ताजगी बनाए रखने में मदद करते हैं, लेकिन ये आपके सेहत के लिए खतरनाक हो सकते हैं। कुछ प्रिजर्वेटिव्स जैसे कि पोटैशियम ब्रोमेट और सोडियम प्रोपियोनेट को कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से जोड़कर देखा गया है। इसलिए, जब भी आप ब्रेड खरीदें, यह सुनिश्चित करें कि उसमें ऐसे प्रिजर्वेटिव्स न हो।

2. व्हाइट ब्रेड से बचें

व्हाइट ब्रेड को बनाने के लिए रिफाइंड फ्लोर (मैदा) का उपयोग किया जाता है, जो आपके शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। रिफाइंड फ्लोर में पोषण की मात्रा बहुत कम होती है और यह रक्त शर्करा के स्तर को तेजी से बढ़ा सकता है। इस कारण से, व्हाइट ब्रेड को नियमित रूप से खाने से मोटापा, डायबिटीज और हृदय रोग जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

3. आर्टिफिशियल फ्लेवर और कलर्स

ब्रेड को आकर्षक बनाने के लिए कई बार उसमें आर्टिफिशियल फ्लेवर और रंग डाले जाते हैं। ये फ्लेवर और रंग आपके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। इन्हें लंबे समय तक खाने से एलर्जी, पेट की समस्याएं और यहां तक कि त्वचा की बीमारियां भी हो सकती हैं।

4. हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप

ब्रेड में मिठास लाने के लिए हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप (HFCS) का इस्तेमाल किया जाता है। यह सिरप शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ा सकता है और वजन बढ़ाने का कारण बन सकता है। इससे हृदय रोग और टाइप 2 डायबिटीज का खतरा भी बढ़ सकता है।

5. ट्रांस फैट का प्रयोग

कई ब्रेड्स में ट्रांस फैट का इस्तेमाल किया जाता है ताकि उसे अधिक कुरकुरा और स्वादिष्ट बनाया जा सके। ट्रांस फैट हृदय रोगों का प्रमुख कारण होता है और इसे खाने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है।

क्या करें?

– ब्राउन ब्रेड या मल्टीग्रेन ब्रेड का चुनाव करें। यह ब्रेड अधिक पौष्टिक होती है और इसमें फाइबर की मात्रा भी अधिक होती है।

– हमेशा ब्रेड के पैकेट पर सामग्री की सूची को ध्यान से पढ़ें।

– अगर पैकेट पर किसी भी प्रकार के प्रिजर्वेटिव्स, आर्टिफिशियल फ्लेवर, रंग या कॉर्न सिरप का उल्लेख हो, तो उसे खरीदने से बचें।

– अगर हो सके तो घर पर बनी ब्रेड का उपयोग करें, जो ताजगी और स्वास्थ्य के लिए बेहतर होती है।

Also Read…

पकिस्तान में बलूच विद्रोहियों के हमले में 73 लोगों की मौत, बंदूकधारियों ने 12 ट्रकों को जलाया

मंदिर में घुसकर काली मां की मूर्ति का काटा सिर, आक्रोशित हिंदुओं ने मचाया तांडव