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नल के पानी से पकाते हैं खाना तो बदल डालिए अपनी आदत

आपके नल में जो पानी आता है उसे साफ करने के लिए उसमें क्लोरामिन मिलाया जाता है. अगर आप इस पानी से खाना बनाते हैं तो फौरन अपनी आदत बदलिए नहीं तो आपके परिवार में बीमारी का खतरा बढ़ता जाएगा.

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  • Last Updated: November 28, 2015 15:15:14 IST
नई दिल्ली. आपके नल में जो पानी आता है उसे साफ करने के लिए उसमें क्लोरामिन मिलाया जाता है. अगर आप इस पानी से खाना बनाते हैं तो फौरन अपनी आदत बदलिए नहीं तो आपके परिवार में बीमारी का खतरा बढ़ता जाएगा.
 
क्लोरामिन युक्त पानी में बना खाना सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. एक शोध के मुताबिक क्लोरामिन युक्त पानी और नमक मिलकर ऐसे हानिकारक रसायन बनाते है जो आपको हॉस्पिटल भी पहुंचा सकते हैं.
 
शोध में ऐसे कई मॉलिक्युल्स का पता लगाया गया है जो बिल्कुल नए हैं. ये क्लोरामिन युक्त पानी और खाने में मौजूद आयोडीन युक्त नमक की प्रतिक्रिया से बने हैं.
 
शोधार्थियों के दल के अनुसार नल के पानी में मौजूद क्लोरामिन या क्लोरामाइन्स आयोडीन युक्त नमक के साथ घुल कर हाईपोआयोडस एसिड का निर्माण करते हैं जो साधारण रूप से हानिकारक नहीं है. लेकिन जब ये एसिड खाना पकाते समय पानी में मौजूद कई दूसरे कार्बनिक पदार्थो से मिलता है तो इससे हानिकारक कीटाणुनाशक आई-डीबीपी का निर्माण होता है.
 
हॉंगकॉंग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कई नलों के पानी के साथ अलग-अलग तापमान पर खाना बनाया और उसमें आयोडीन युक्त नमक मिलाकर आई-डीबीपी के बनने का अध्ययन किया. इस तरह से बने खाने में 14 नए मॉलिक्युल्स मिले जो बाकी तत्वों की तुलना में 50-200 गुना ज्यादा खतरनाक हैं.
 
शोध दल ने कहा कि लोगों को पानी को साफ करने के लिए क्लोरामिन की जगह पर क्लोरीन का इस्तेमाल करना चाहिए और नमक के रूप में पोटाशियम आयोडाइड की जगह पोटाशियम आयोडेट का इस्तेमाल करना चाहिए.
 
शोध के मुताबिक कम तापमान पर कम समय तक भोजन पकाना भी आई-डीबीपी के निर्माण को सीमित करता है. ये शोध ‘वाटर रिसर्च’ में प्रकाशित हुआ है.’

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